स्वच्छता से पवित्रता, समृद्धि और पर्यावरण संतुलन  :  द्विवेदी

स्वच्छता से पवित्रता, समृद्धि और पर्यावरण संतुलन  :  द्विवेदी

 राजनांदगांव :  राष्ट्रीय स्वच्छता सेवा अभियान के महत्तम परिप्रेक्ष्य में शासकीय कमला देवी राठी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगांव में संस्था प्राचार्य डॉ. आलोक मिश्रा के प्रमुख निर्देशन में भूगोल विभाग द्वारा विशेष स्वच्छता सेवा के साथ-साथ विचार-विमर्श कार्यक्रम रखा गया। विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्ण कुमार द्विवेदी ने समसामयिक संदर्भ में छात्राओं को बताया कि स्वच्छता से ही पवित्रता और पवित्रता से ही पर्यावरण संतुलन रहता है। सदा-सर्वदा से अखिल विश्व में हमारी अद्वितीय सनातन-संस्कृति-परंपरा में स्वच्छता को दिन-प्रतिदिन की चर्या में सर्वाधिक महत्वपूर्ण बताया गया है और सामाजिक समृद्धि के लिए स्वच्छता के साथ पवित्र जीवन-मूल्य ही अनिवार्य माने जाते रहे हैं। वास्तव में गुरूकुल आश्रमों में जब हमारे युवा-किशोर छात्रगण शिक्षा प्राप्त करते थे तो वहां का परम स्वच्छ पवित्र वातावरण ही उनको अपने विषय में न केवल पारंगत और पूर्ण ज्ञान कराता था। बल्कि शारीरिक और मानसिक रूप से पूर्ण स्वस्थ्य एवं समर्थ बनाकर देश-धरती की समृद्धि के लिए महान व्यक्तित्व-कृतित्व के साथ आगे लाकर नेतृत्व करता था।

वैसे भी यह देखा गया है जितने भी महामानव, महापुरूष और विशेष व्यक्तित्व हुए हैं वे सहज-सरल रूप में समग्र स्वच्छता के साथ सादगी प्रिय और आत्म स्वावलंबन जैसे अनमोल गुणों के आदर्श प्रतिबिंब हुआ करते थे। इन्हीं दिव्य गुणों से विभूषित होने के कारण ये अपने समय काल में महान व्यक्तित्व बनें। और पीढ़ी-दर-पीढ़ी स्वच्छता से पवित्रता और पवित्रता से ही प्रकृति-पर्यावरण संतुलन के प्रमुख आधार-सूत्र बनें। आगे डॉ. द्विवेदी एवं विभाग के डॉ. साहू के दिशा दर्शन में विभागीय कक्षों की छात्राओं के साथ साफ-सफाई कर स्वच्छता हमेशा बनाए रखने का सदसंकल्प दिलाया। इस अवसर पर हमेशा स्वच्छता बनाए रखें, गंदगी कभी भी न फैलाएं, और स्वच्छता से ही समृद्धि और पर्यावरण संतुलन जैसे लोकप्रिय नारे भी लगाए गए और प्रत्येक जन-जन को घर-परिवार, पास-पड़ोस में जागृत करने का भी आह्वान किया गया। 

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