लोहारीडीह कांड और लचर क़ानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस के धरना प्रदर्शन में शामिल हुए खुज्जी विधायक भोलाराम साहू

लोहारीडीह कांड और लचर क़ानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस के धरना प्रदर्शन में शामिल हुए खुज्जी विधायक भोलाराम साहू


राजनांदगांव : लोहारीडीह कांड और लचर कानून व्यवस्था के खिलाफ कवर्धा में कांग्रेस पार्टी द्वारा आयेजित धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में खुज्जी विधायक भोलाराम साहू शामिल हुए । इस संबंध में मीडिया को जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी द्वारा लोहारीडीह कांड और प्रदेश में पुलिस की दमनपूर्वक की जा रही कार्रवाई और बढ़ती अपराधिक घटनाओं के विरोध में एक दिवसीय धरना और गृह मंत्री के कार्यालय घेराव किया गया था। जिसमें कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व सीएम भूपेश बपेल और वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं द्वारा गृहमंत्री कार्यालय का घेराव किया गया।उन्होंने कहा कि भाजपा की दस माह की सरकार में आए दिन रेप की घटनाएं घट रही है, दोहरे हत्याकांड हो रहे है, लुटपाट की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हो रही है लेकिन मुख्यमंत्री और गृहमंत्री हाथ पर हाथ धरे बैठे है।

लोहारीडीह कांड में खुद गृहमंत्री मृतक की बेटी को धमका रहे है व पुलिस मामले को दबाने में जुटी रही है जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को पुलिस ने लोहारीडीह के शिवप्रसाद उर्फ कचरू साहू की हत्या के मामले में चार लोगों की गिरफ्तार किया है। मध्यप्रदेश पुलिस ने यह माना कि कचरू साहू की हत्या हुई थी। इस मामले में मध्यप्रदेश की पुलिस की कार्रवाई से साफ हो गया कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस मामले में लापरवाही बरती था , उसने हत्या को आत्महत्या बताने का षडयंत्र रचा था। जिसके परिणाम स्वरूप लोहारीडीह में जनआक्रोश भड़का और रघुनाथ साहू को उसके घर में जिंदा जलाकर मार डाला गया। रघुनाथ साहू की हत्या के बाद पुलिस की कार्रवाई और पुलिस को कस्टडी में तथा पुलिस को मारपीट से प्रशांत साह की मौत हो गई। इस प्रकार छत्तीसगढ़ पुलिस की लापरवाही से लोहारीडीह में तीन लोगों की जान चली गई। लोहारीडीह में हुई माँब लीचिंग की घटना के लिए गृहमंत्री एवं पुलिस के अधिकारी, कर्मचारी जिम्मेदार है।

पुलिस प्रशासन ने लोहारीडीह की घटना  में अपनी नाकामी पर पर्दा करने के लिए गांव के 167 सहित अन्य लोगों को अपराधी बनाया है, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। पहले भी कहा था कि ये आत्महत्या नहीं, हत्या थी, यह मध्यप्रदेश पुलिस ने साबित किया। गृह मंत्री और छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस मामले को क्यों दबाया?लोहारडीह में हुई तीनों मौत को रुक सकती थी, इसके जिम्मेदार गृहमंत्री है। आखिर पोस्टमार्टम रिपोर्ट कैसे बदला गया, इसका जिम्मेदार कौन है? सरकार की कई नाकामियों को दबाने प्रशासन में विभाग को दांव पर लगा दिया। सरकार बताये इस मामले पर लीपापोती क्यों की गई? इसके इशारे पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदली गई? दो परिवार को बर्बाद करने का जिम्मेदार कौन? मध्यप्रदेश की पुलिस छत्तीसगढ़ जाकर आरोपियों को ले जाती है, लेकिन यहा की पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश करती है। मध्यप्रदेश पुलिस के कार्रवाई के उपरांत स्पष्ट हो गया है कि कवर्धा जिला के पुलिस के उच्च अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैया के कारण लोहारीडीह की घटना हुई है। विधायक भोला राम साहू ने इन घटनाओं के लिए गृह मंत्री को दोषी ठहराते हुए उनका इस्तीफर मांगा है। अगर गृह मंत्री इस्तीफा नहीं देते है तो मुख्यमंत्री उनको बर्खास्त करें।

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