खड़मा के ओम शांति भवन में धूमधाम से मनाई दीपोत्सव पर्व

खड़मा के ओम शांति भवन में धूमधाम से मनाई दीपोत्सव पर्व

परमेश्वर राजपूत, गरियाबंद /छुरा : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय खड़मा के ओम शांति भवन में दीपोत्सव मनाया गया। ब्रह्माकुमारी बीके अंशु दीदी ने दीपावली का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि दीपावली जागती जोत परमपिता परमात्मा ज्योर्तिलिंगम शिव द्वारा आत्माओं की ज्योति प्रज्वलित कर विश्व परिवर्तन का संस्मरण यादगार पर्व है।

ब्रह्माकुमारी दीदी ने बताया कि दीपावली पर घरों की सफाई करते हैं, दीपक जलाते हैं,माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं, नया खाता शुरू करते हैं। निश्चित रूप से इन सभी परंपराओं एवं प्रथाओं के पीछे एक सुंदर आध्यात्मिक रहस्य छुपा हैl जो कार्तिक मास की अमावस्या के गहन अंधकार में प्रकाश पर्व दीपावली मनाने का स्पष्ट संदेश है कि काम, क्रोध ,लोभ एवं अहंकार के अज्ञानता रूपी अंधकार में भटकते मनुष्य को ज्ञान के प्रकाश की जरूरत है।

साफ सफाई का रहस्य मन, वचन ,कर्म की पवित्रता नया खाता आरंभ करने का अर्थ है अपने पुराने विकारों का खाता परमात्मा की याद से खत्म कर नए जीवन का आरंभ करना। दीपक जलाने का अर्थ है परम ज्योति पिता परमात्मा शिव से आत्मा रूपी दीपक को सदा के लिए ज्योतिर्मय कर लेना जिसके पावन प्रकाश से संपूर्ण विश्व आलोकित हो जाये। अनुकरणीय है कि यदि माता लक्ष्मी को स्वच्छता अति प्रिय है इसीलिए वह हमारे पास आती हैं तो क्यों न हम मन, वचन, कर्म की पवित्रता सदा के लिए धारण कर लें, जिससे माता लक्ष्मी की सदा हम पर कृपा बनी रहे। इस दीपावली पर हम मन वचन और कर्म की पवित्रता का व्रत लेकर संपूर्ण विश्व में सद्भावना, शुभकामना एवं सद्ज्ञान का प्रकाश फैलाने का संकल्प कर सच्ची दिवाली मनायें।

कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी चंद्रिका दीदी, बीके गोविंद , बीके सियाराम दादा ने सभा मे मौजूद सभी ब्रह्मावत्सों को दीपावली की शुभकामनाएं दिए एवं आस पास के गांव से पहुंचे सभी ब्रह्मावत्सों ने सामूहिक दीप प्रज्वलित कर सकारात्मक ऊर्जा के संचार करने में संचार करने में अपना योगदान दिया। इस अवसर पर खड़मा,छुरा,गायडबरी , करचाली , पीपरछेड़ी,कनेसर , मंडेली आदि ग्रामों के ब्रह्माकुमारी गीता पाठ शाला के लोग मौजूद थे।

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