राजनांदगांव:- शांति के प्रखर संत मनखे मनखे एक समान की अलख जगाने वाले कबीर साहेब के धर्म स्थली एवं कबीरपंथ के सोलहवें वंश प्रतापाचार्य पंथ श्री उदितमुनि नाम साहब की हत्या के उद्देश्य से कबीर धर्मनगर दामाखेड़ा, छत्तीसगढ़ आश्रम में सुनियोजित तरीके से किए गए हमले अत्यंत ही निंदनीय है। राजनांदगांव जिले के युवा कबीर पंथी हारुन मानिकपुरी ने कहा की दामाखेड़ा की धरती कबीर पंथ के आदर्शों के लिए जाना जाता है,जो पूरे देश विदेश के आस्था का केंद्र है। शांति के पथ प्रदर्शक सन्त कबीर साहब जी के आश्रम में ये हमला सोची समझी साजिश लग रही है। पूर्व में बलौदा बाजार जिले में ही एक समाज के आड़ में राजनीतिक रोटी सेंकने वाले लोगों ने समाज को उकसा कर समाज के भोले-भाले लोगों को कानून हाथ में लेने मजबूर कर दिया। आज परिणाम स्वरूप सैकड़ों लोगों जेल की हवा खानी पड़ रहा है। जिससे उनके माता-पिता और घर-बार, पत्नी बच्चे सब दर दर की ठोकरें खा रहे हैं। वहीं राजनीतिक रोटी सेंकने वाले अपने लिए राजनीतिक जमीन तैयार कर रहे हैं। हारुन मानिकपुरी ने छत्तीसगढ़ सरकार को आगाह करते हुए कहा है कि किसी सुनियोजित साजिश को ध्यान में रखते हुए अहिंसा के रास्ते पर चलने वाले कबीर पंथियों के भावनाओं को समझते हुए , दामाखेड़ा कबीर आश्रम एवं कबीर पंथ के सोलहवें वंश प्रतापाचार्य पंथ श्री उदितमुनि नाम साहब पर हमला करने वाले वाले दोषियों पर अविलंब कड़ी से कड़ी कार्यवाही किया जाए।
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