खैरागढ़, 06 नवम्बर 2024 : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 24वें वर्षगांठ पर खैरागढ़ में जिला स्तरीय राज्योत्सव कार्यक्रम का आयोजन राजा फतेह सिंह मैदान में किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्री गुरु खुशवंत साहेब, उपाध्यक्ष, अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण, छत्तीसगढ़ एवं विधायक आरंग का आगमन रात 8 बजे राज्योत्सव स्थल पर हुआ। उनके करकमलों से छत्तीसगढ़ महतारी और मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर राज्योत्सव का विधिवत शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर विधायक खैरागढ़ श्रीमती यशोदा निलांबर वर्मा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री विक्रांत सिंह, जिला पंचायत सभापति श्री घम्मन साहू, पूर्व संसदीय सचिव श्री कोमल जंघेल, जनपद अध्यक्ष छुईखदान श्रीमती नीना विनोद ताम्रकार, नगरपालिका खैरागढ़ अध्यक्ष श्रीमती गिरजा चंद्राकर, कलेक्टर श्री चन्द्रकांत वर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री त्रिलोक बंसल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, नागरिकगण, बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपथित थे।
श्री गुरु खुशवंत साहेब ने उपस्थित जनमानस को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना में स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई के योगदान की सराहना। साथ ही उन्होंने राज्य स्थापना के बाद राज्य में हुए विकास के बारे में विस्तार से बताया। राज्य स्थापना के बाद कई विकास कार्य हुए हैं तथा कई कीर्तिमान भी स्थापित हुए हैं। एम्स, आईआईटी, आईआईएम, आईआईआईटी सहित कई राष्ट्रीय स्तर के संस्थान स्थापित हुए हैं। उन्होंने खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिला को विकसित करने के क्रम राज्य शासन की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने अंत में खुशहाल छत्तीसगढ़ हेतु आयोजित राज्योत्सव के लिए आमजन को बधाई दी। गुरु खुशवंत साहेब और अन्य अतिथिगण के द्वारा विभागीय स्टाल का अवलोकन कर विभागों द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी की प्रशंसा की। साथ ही स्टाल के माध्यम से लगाए गए प्रदर्शनी का लाभ आमजन को मिले इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। गुरु खुशवंत साहेब के करकमलों से राज्योत्सव के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले एवं अन्य अच्छे कार्य करने वालों को सम्मानित किया गया।
राज्योत्सव की अध्यक्षता कर रहे खैरागढ़ के विधायक श्रीमती यशोदा निलांबर वर्मा ने अपने संबोधन में सभी को राज्य स्थापना की बधाई देते हुए खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिला के विकास के लिए मुख्य अतिथि श्री गुरु खुशवंत साहेब जी के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से अधिक से अधिक विकास कार्य कराए जाने का आग्रह किया। जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री विक्रांत सिंह ने राज्योत्सव की बधाई देते हुए राज्य स्थापना के बाद हुए विकास कार्यों के बारे में बताया। उन्होंने छत्तीसगढ़ को विकसित बनाने के साथ नवगठित जिला खैरागढ़ छुईखदान गंडई को व्यवस्थित रूप से विकसित करने के लिए भरसक प्रयास करने पर जोर दिया। राज्योत्सव के अवसर पर जिला कलेक्टर श्री चंद्रकांत वर्मा ने प्रशासकीय प्रतिवेदन अंर्तगत राज्य के साथ साथ जिला खैरागढ़ छुईखदान गंडई के प्रमुख विशेषताओं के बारे में बताया। उन्होंने जिला को सुव्यवस्थित रूप से विकसित करने की परिकल्पना प्रस्तुत की। उन्होंने विभिन्न विभागों के द्वारा लगाए गए स्टाल एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की जानकारी दी।
कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा के निर्देशन में फतेह सिंह मैदान में राज्योत्सव हेतु मंच, बैठक व्यवस्था, रंगोली, स्टाल, गढ़ कलेवा जैसे विभिन्न चीजों की तैयारी की गई थी। इंदिरा कला संगीत विश्विद्यालय, पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, उद्यान, कृषि, पशुपालन, मत्स्य विभाग सहित विभिन्न विभागों के द्वारा आकर्षक विभागीय स्टाल लगाया गया था को आकर्षण के केंद्र थे। पूरे दिन भर स्टाल में लोगों की भीड़ लगी थी। पुलिस अधीक्षक श्री त्रिलोक बंसल के निर्देशन में पार्किंग, ट्रैफिक एवं सुरक्षा बल की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी।
राज्योत्सव का आरंभ दोपहर 12 बजे जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री विक्रांत सिंह, कलेक्टर श्री चंद्रकांत वर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री त्रिलोक बंसल, जिला पंचायत सभापति श्री घम्मन साहू, नगरपालिका खैरागढ़ अध्यक्ष श्रीमती गिरजा चंद्राकर की उपस्थिति में हुआ। उसके पश्चात स्कूली छात्र छात्राओं के द्वारा लोक परम्परा पर आधारित रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। दोपहर तीन बजे महाविद्यालय के छात्रों के द्वारा मनमोहक लोक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। शाम को स्थानीय कलाकारों के द्वारा कर्मा एवं सुआ नृत्य की प्रस्तुति ने राज्योत्सव स्थल में लोगों को बांधकर रखा। लोग स्टाल देखने के साथ साथ सांस्कृतिक प्रस्तुति का आनंद लिए। मुख्य अतिथि के आगमन पश्चात बैगा नाचा, कर्मा नृत्य, गीतों की महफिल की प्रस्तुति स्थानीय कलाकारों के द्वारा दी गई। इंदिरा कला संगीत विश्विद्यालय के विद्यार्थियों ने गजल, सुगम संगीत एवं सरहुल नृत्य की प्रस्तुति दी। इस प्रकार खैरागढ़ में अपने नाम के अनुरूप संगीत और कला की नगरी का परिचय देते हुए राज्योत्सव दिवस पर पूरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला की प्रस्तुति दी गई।
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