छुरिया : ग्राम लाटमेटा (नवाटोला) ग्राम पंचायत घुपसाल(कु) विकासखंड छुरिया जिला राजनांदगांव में छतीसगढ़ अमेच्योर खो-खो संघ द्वारा 5 नवंबर से 7 नवंबर 2024 तक छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय जूनियर बालक बालिका खो-खो प्रतियोगिता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि लोकप्रिय विधायक माननीय श्री भोलाराम साहू जी पहुँचे , इस दौरान विधायक श्री साहू जी ने अपने उद्बोधन में आयोजक खो-खो संघ के सभी सदस्यों एवं प्रदेशभर से आए हुए प्रतिभागियों व ग्रामवासियों को खेल के आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनायें दिए तथा खेल को मानव जीवन के शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अहम हिस्सा बताए.उन्होंने बालक बालिका खो-खो प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए सभी से मुलाक़ात भी किए, इसी क्रम में उन्होंने राष्ट्रीय खिलाड़ियों एवं खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन वाले खिलाड़ियों का भी स्वागत किया।
विधायक भोलाराम साहू ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्द्धन करते हुए आगे कहा कि खेल में कोई छोटा या बड़ा नहीं होता है. सभी खिलाड़ी एक समान होते हैं, उनमें जय-पराजय में समभाव रहता है. पहले विद्यालयों में एक पीरियड खेल का हुआ करता था, जिसमें विद्यार्थियों का भाग लेना अनिवार्य होता था. इससे उनमें खेल के प्रति आकर्षण बढ़ता था, इस क्रम में उनका शारीरिक श्रम हो जाया करता था. शारीरिक श्रम करने से बच्चे मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहते हैं और हड्डियां मजबूत होती है। उन्होंने कहा कि सरकार से मदद नहीं मिलने के कारण कई प्रतिभावान बच्चे आगे नहीं बढ़ पाते हैं. यदि उन्हें सही प्रशिक्षण और मार्गदर्शन मिले तो वे हमारे देश का नाम रौशन कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि आज लोगों की जीवनशैली व खानपान बदल रहा है, जो हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है. इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है. उन्होंने सभी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि टूर्नामेंट में खेलने का अवसर प्राप्त होना भी एक उपलब्धि है. पराजय से निराश न होकर आत्मचिंतन करते हुए कमी को दूर करना चाहिए और अगली प्रतियोगिता में जीत के लिए हौसला रखना चाहिए। विधायक श्री साहू ने छत्तीसगढ़ की टीम से मुलाकात किया इस अवसर पर विधायक ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस दौरान रुपनारायण शुक्ला , धर्मेंद्र मौर्या , नरेश शुक्ला , महेश उइके, श्रीमती मधुरानी शुक्ला , श्रीमती कस्तूरी शुक्ला एवं खो-खो संघ के सभी सदस्य, प्रतिभागी खिलाडी तथा ग्रामवासी उपस्थित थे।
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