राजनांदगांव : कांग्रेस के पार्षद से लेकर महापौर, विधायक और सांसद पद तक के दावेदार रहने वाले कुलबीर सिंह छाबड़ा आज तक राजनीति के कच्चे खिलाड़ी बने हुए हैं। उनकी सोच और समझ की संकीर्णता यह बताती है कि वह बार-बार असफल क्यों होते रहे हैं। यह बात भाजपा के फायर ब्रांड नेता राजेंद्र गोलछा कही है। उल्लेखनीय है कि श्री गोलछा कभी-कभी ही राजनीतिक बयान बाजी करते हैं लेकिन वह चर्चा का विषय बन जाती है। जिला भाजपा के महामंत्री राजेंद्र गोलछा नगर निगम के वरिष्ठ पार्षद एवं शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा के द्वारा हलिया प्रेस कॉन्फ्रेंस मे डॉ. रमन सिंह को बदनाम करने के कुत्सित प्रयास पर करारा पलट वार किया है। उन्होंने मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में डॉ. रमन सिंह को डॉक्टर आदि की व्यवस्था नहीं कर पाने के लिए आरोप लगाया है। जो की गलत है।
श्री गोलछा ने आगे कहा कि डॉ. रमन सिंह के प्रयास से ही राजनांदगांव में मेडिकल कॉलेज अस्पताल की सुविधा मिली है। जो राजनंदगांव बालोद सहित और भी कई जिले के मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है। राजेंद्र गोलछा ने कुलबीर द्वारा भाजपा में गुटबाजी की बात कहे जाने का विरोध करते हुए कहा कि अगर ऐसा होता तो राजनांदगांव में डॉ. रमन सिंह बार-बार विजय पताका नहीं फहराते उनकी लोकप्रियता कितनी है।
यह कुलबीर सिंह को भी पता है यह बात अलग है कि श्री छाबड़ा प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दल के जिम्मेदार पदाधिकारी होने के कारण आसत्य बयान बाजी करना उनकी मजबूरी है। सत्य को स्वीकार करते हुए यदि जनहित में कुछ अच्छा सुझाव भी रखते तो डॉक्टर साहब सहित भाजपा उनके सुझावों पर विचार करती लेकिन भाजपा के खिलाफ अनर्गल बयान बाजी करना उनकी आदत में शुमार है। आए दिन कोई ना कोई बयान बाजी कर अखबार और टीवी के सुर्खियों पर बने रहना उन्हें अच्छा लगता है। लेकिन राजनांदगांव सहित प्रदेश की समझदार जनता जानती है। डॉ. रमन क्या है और कुलबीर सिंह छाबड़ा क्या है। पार्षद के अलावा विधानसभा की भी टिकट ले आते तो भी पता चलता है कि वह कितने लोकप्रिय है नगर निगम में सहित शहर में कांग्रेस गुट बाजी किसी से छिपी नहीं है और अखबारों में भी छप चुका है कि कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गैंग है। इस सत्य को कुलबीर सिंह छाबड़ा चुपचाप स्वीकार करें।
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