महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल खूब जोर लगा रहे हैं। एक तरफ महायुति के रूप में बीजेपी, एनसीपी अजित गुट और शिवसेना शिंदे गुट है। वहीं दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी के रूप में कांग्रेस, शिवसेना उद्धव गुट और एनसीपी शरद गुट है। चुनाव प्रचार के बीच एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस पर हमला किया है। बता दें कि, देवेंद्र फडणवीस पर विभाजनकारी बयानबाजी का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने सवाल उठाया कि जब उपमुख्यमंत्री की पत्नी इंस्टाग्राम रील बना रही हैं, तो जनता को धर्म बचाने की जिम्मेदारी क्यों लेनी चाहिए।
कन्हैया की बयान पर मचा बवाल
नागपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने कहा कि जब राजनेता अहंकारी हो जाते हैं, तो लोगों को उन्हें उनकी जगह पर रखना चाहिए।सीधे तौर पर उनका नाम लिए बिना कन्हैया कुमार ने दिग्गज भाजपा नेता की पत्नी अमृता फडणवीस पर निशाना साधा। कन्हैया कुमार ने कहा कि अगर यह धर्म युद्ध है तो धर्म बचाने के लिए भाषण देने वाले किसी भी नेता से पूछिए। उनसे पूछिए कि क्या नेता के बेटे-बेटियां भी धर्म बचाने की लड़ाई में शामिल होंगे। यह कैसे संभव है कि जनता धर्म बचाए और नेता के बच्चे विदेश में पढ़ाई करें? जनता धर्म बचाने के लिए कैसे जिम्मेदार हो सकती है, जबकि उपमुख्यमंत्री की पत्नी इंस्टाग्राम रील बनाती है?
भाजपा ने मराठी महिलाओं का अपमान बताया
बता दें कि, कन्हैया कुमार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने फडणवीस की पत्नी के खिलाफ की गई टिप्पणी को हर मराठी महिला का अपमान बताया। पूनावाला ने कन्हैया को आतंकवादी और संसद हमले के दोषी अफजल गुरु का समर्थक भी बताया। इसका संदर्भ 2016 में गुरु की पुण्यतिथि पर जेएनयू में आयोजित एक विवादास्पद कार्यक्रम को लेकर कथित देशद्रोह के आरोप में कन्हैया की गिरफ्तारी से था। दरअसल, कन्हैया की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कुछ दिन पहले फडणवीस ने इस साल की शुरुआत में हुए लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ गठबंधन के खराब प्रदर्शन के लिए वोट जिहाद को जिम्मेदार ठहराया था।
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