महाराष्ट्र में एक पैसेंजर ट्रेन को डिरेल करने की साजिश की गई। हालांकि, इस घटना में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। अज्ञात लोगों ने रेल की पटरी पर लोहे का गेट रखा था। ऐसे में पुणे से नागपुर जा रही ट्रेन के पहिए में यह गेट फंस गया। पहिए में गेट फंसने से ट्रेन झटके खाकर रुक गई। हालांकि, इस घटना में किसी यात्री को चोट नहीं लगी। रेलवे ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
हादसा शनिवार रात हुआ, जब एसी कोच के पहिए में लोहे का गेट फंसने से ट्रेन रुक गई। ऐसे में यात्रियों को काफी देर तक जंलग के बीच खड़ी ट्रेन में इंतजार करना पड़ा। रेल कमर्चारियों ने पास के स्टेशन से गैस मंगाकर दरवाजे को काटा। इसके बाद ट्रेन आगे रवाना हुई।
पटरी पर रखा था मालगाड़ी का गेट
पुणे से नागपुर के बीच चलने वाली ट्रेन संख्या 22123 (अजनी-नागपुर एक्सप्रेस) शनिवार रात डेढ़ बजे के करीब हादसे का शिकार हुई। जंगल के बीच अचानक ट्रेन झटके खाकर रुक गई। जांच करने पर पता चला कि ट्रेन के कोच एच1 के पहिए में गेट फंस गया है। यह गेट किसी मालगाड़ी का था, जो पटरी पर पड़ा हुआ था। मूर्तिजापुर से आगे जीतापुर में अकोला बडनेरा के बीच यह घटना हुई। इसके बाद रेल अधिकारियों ने करीबी रेलवे स्टेशन मूर्तिजापुर से गैस कटर मंगाया गया और ट्रेन के पहिए में फंसे गेट को काटकर अलग किया गया। इसके बाद ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई।
ट्रेन के पहिए में गेट फंसने से एच1 (एसी फर्स्ट क्लास) कोच का पानी की टैंक, एसी टैंक और पानी की पाइपलाइ को जरूर नुकसान पहुंचा है। यह गेट किसी गाड़ी से निकलकर पटरी पर गिरा था या जानबूझ कर रखा गया था। इसकी जांच की जा रही है। इस हादसे में भले ही कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन लगातार हो रहे हादसों के चलते रेलवे की सुरक्षा पर सवाल बने हुए हैं।
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