राजनांदगांव: शहर की जन-जन की आवाज एवं पूर्व पार्षद हेमंत ओस्तवाल ने एक पत्र के माध्यम् से यह कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का इस देश के सबसे ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छ भारत मिशन और स्वच्छता अभियान के तहत् पूरे देश में यह योजना जो लाई गई और जिस तरह से देश के प्रधानमंत्री के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में आम जनता के मेहनत और पसीने की कमाई की राशि का टैक्स के रूप में कचरा एकत्रित करने के एवज में जो राशि देती है उसका जिस तरह से खुले आम जो भष्ट्राचार राजनांदगांव नगर निगम में किया जा रहा है। इस पूरे मामले की जाँच करवाने हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी एवं जिले के कलेक्टर से अनुरोध है कि, तत्काल निगम आयुक्त को इस पुरे मामले की सम्पूर्ण जाँच करवाकर दोषी निगम के भष्ट्र अधिकारी के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करवाया जायें लाखों रूपयोंं की वित्तीय क्षति निगम के संबंधित विभाग के अधिकारियों- कर्मचारियों एवं ठेकेदारों के द्वारा मिली भगत कर जो शासकीय दस्तावेजों (रजिस्ट्रर)में कुटरचना कर वेतन में अमानत में खयानत करके निगम के शासकीय कोष को जो आर्थिक क्षति पहुंचाकर भष्ट्राचार किया गया है जिसका समाचार पत्रों में प्रकाशित हुआ है । जिससे निगम की महापौर की कलाई खुल गई है कि किस तरह निगम में भ्रष्टाचार का खुला खेल हो रहा है और महापौर पूरी तरह से चुप क्यों बैंठी है ? इसका जवाब शहर की जनता के सामने रखना होगा कि आखिर यह पूरा षडयंत्र किसके संरक्षण में हो रहा है। इसका खुलाशा शहर की आम जनता के सामने किया जाय।
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