ऑस्कर अवॉर्ड विनर एआर रहमान की पत्नी सायरा संग अरेंज मैरिज हुई थी. दोनों की शादी को 29 साल बीत चुके हैं. एआर ने अपनी शादी को लेकर बात करते हुए एक बार बताया था कि वह जब 27 साल के थे, तो उन्हें लगा था कि यह एक सही समय है शादी का. उसके बाद जब वह 29 के हुए तो उन्होंने अपनी शादी की जिम्मेदारी मां को सौंप दी और कहा कि मेरे पास दुल्हन ढूंढने का बिल्कुल वक्त नहीं था. मैं रंगीला और बॉम्बे में काम कर रहा था. उन्होंने कहा कि हमेशा से ही वह शर्मीले किस्म के थे और लड़कियों से ज्यादा बात नहीं करते थे. उन्होंने कई महिलाओं संग स्टूडियो में काम किया है और वो सभी का सम्मान करते हैं. हालांकि कभी भी किसी को दूसरी नजर से नहीं देखा. वो हमेशा ही अपने काम पर ध्यान दिया करते थे.
इसके बाद मां और बहन ने पहली बार सायरा को चेन्नई में सूफी संत मोती बाबा की दरगाह पर देखा था. लेकिन उनके परिवार के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. हालांकि वो वहीं रहती थी, जिसके बाद रहमान की मां और बहन ने सायरा से मुलाकात की और बात की. जिससे सायरा उन्हें पसंद आ गई. इसके बाद साल 1995 में रहमान और सायरा की शादी हो गई थी. वहीं, शादी को लेकर रहमान ने बताया कि वो साउथ इंडियन हैं और सायरा गुजराती हैं और वो वहां के कल्चर के हिसाब से पली बढ़ी हैं. दोनों में अंतर होने के कारण अक्सर ही उनकी मां चिंता में रहती थी. हालांकि 1995 में बेटी खतीजा के जन्म के बाद चीजें सामान्य हो गई थीं.
ए आर रहमान के स्ट्रगलिंग दौर के बारे में बात करें, तो 6 जनवरी 1967 को तमिलनाडु में जन्में रहमान का हिंदू नाम ए.एस दिलीप कुमार था. हालांकि उन्हें इस नाम से नफरत थी, क्योंकि यह उनके संघर्ष भरे दिनों की याद दिलाता है. बता दें कि रहमान बचपन से ही संगीत के शौकीन रहे हैं. उनके पिता आर.के. शेखर मलयालम फिल्मों में म्यूजिक देते थे और रहमान भी अपने पिता की तरह म्यूजिक कंपोजर बनना चाहते थे. संगीत को लेकर अपने प्यार के चलते, वह पिता से काफी इंस्पायर थे और उन्होंने म्यूजिक में पिता से शिक्षा भी हासिल की.
रहमान जब अपने पति से संगीत सीख रहे थे तब उनका निधन हो गया. हालांकि उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी म्यूजिक की प्रैक्टिस जारी रखी. बता दें कि रहमान हमेशा ही बैंड और नॉनफिल्मी म्यूजिक में काम करना चाहते थे, लेकिन हालातों के चलते उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में म्यूजिक देना पड़ा.
म्यूजिक के लिए काम करते हुए उन्हें काफी वक्त हो गया था, लेकिन उन्हें अच्छी सफलता हासिल नहीं हुई थी. 25 साल की उम्र में वह खुद को असफल ही मानते थे और उन्हें अक्सर ही आत्महत्या के ख्याल आते थे. इसके बाद जब साल 1989 में उनकी छोटी बहन बीमारी पड़ी तो सभी डॉक्टर्स ने जवाब दे दिया था कि उनके बचने की कोई उम्मीद नहीं है. इसके बाद रहमान अपनी बहन के लिए मंदिर और मस्जिदों में दुआएं करने लगे. इस बीच दुआ रंग लाई और उनकी बहन ठीक हो गई. इस चमत्कार को देखकर उन्होंने इस्लाम धर्म अपना लिया. इसके बाद उन्होंने ए.एस. दिलीप कुमार से अपना नाम अल्लाह रखा रहमान यानी कि ए.आर. रहमान रखा.
आपको बता दें कि ए.आर रहमान 29 साल बाद अपनी पत्नी सायरा से तलाक ले रहे हैं. जिसके कारण वह चर्चा में है. तलाक की घोषणा करते हुए रहमान ने बताया कि वो बहुत परेशान और दर्द में थी. इस रिश्ते को बनाए रखने की काफी कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रही. सायरा ने कहा कि उन्होंने कई मुश्किलों और तकलीफ के चलते ये फैसला लिया है.
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