बिलासपुर स्टेशन में टीटीई व यात्री के बीच हुई बहस,जाने क्या है पूरा मामला

बिलासपुर स्टेशन में टीटीई व यात्री के बीच हुई बहस,जाने क्या है पूरा मामला

 बिलासपुर :  बिलासपुर में रेवले स्टेशन जब पहुंची दूरंतो तो यात्रियों ने किया चेन पुलिंग फिर स्टेशन में उतरे और हंगामा हुआ शुरु, रात 12:05 पर पहुंची थी ट्रेन।

  यह है पूरा मामाला

टीटीई व यात्री के बीच हुई बहस ।

चेन पुलिंग कर यात्रियों ने दो घंटे रोकी ट्रेन।

टाटानगर स्टेशन से 1400 यात्रियों को दिया गया था भोजन। 10 यात्रियों को फूड पाइजनिंग होने का लगाया आरोप। आरपीएफ, स्टेशन मास्टर यात्रियों को समझाने में जुटे रहे। यात्री मानने को नहीं थे तैयार।

रात दो बजे ट्रेन बिलासपुर रेलवे स्टेशन हुई रवाना। हावड़ा से पुणे जा रही थी दूरंतो। रेलवे बोर्ड के निर्देश पर जोन ने एक्सप्रेस ट्रेनों में लगाए चार-चार जनरल कोच 

एक्सप्रेस ट्रेन में सफर करने वाले सामान्य यात्रियों को रेलवे ने बड़ी राहत दी है। रेलवे बोर्ड के निर्देश पर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन की 16 ट्रेनों में चार-चार जनरल कोच जोड़े गए हैं।

पहले केवल दो कोच हुआ करते थे। जिसके चलते यात्रियों को परेशानी होती थी। नई व्यवस्था से प्रत्येक ट्रेन में अब 400 सीटें हो गईं है। इस लिहाज से जोन में 6400 सीटें बढ़ गईं है। इससे यात्रियों को राहत भी मिल रही है।

बिलासपुर समेत जोन के किसी भी रेलवे स्टेशन की बात कर लीजिए, वहां से सबसे ज्यादा जनरल टिकट लेकर यात्री सफर करते हैं। लेकिन, कोच की कमी के कारण उन्हें या तो यात्रा रद करनी पड़ती थी या फिर अतिरिक्त किराया देकर स्लीपर कोच से मंजिल तक पहुंचना पड़ता है। इसकी वजह से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता था।

खासकर वह यात्री, जो परिवार के साथ यात्रा करते थे, उन्हें बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यात्रियों की इसी समस्या को रेल प्रशासन ने गंभीरता से लिया है और इसे दूर करने करने का निर्णय लिया। अब जोन से छूटने वाली ट्रेनों में जनरल यात्रियों को परेशानी दूर हो गई है।

रेलवे ने लगभग सभी ट्रेनों में जनरल कोच की संख्या बढ़ाकर चार कर दी है। जब यह निर्णय लिया गया, उसी समय नवंबर तक सभी ट्रेनों में चार-चार जनरल कोच जोड़ने का लक्ष्य रखा गया था, जो अब पूरा कर लिया गया है।

स्लीपर कोच के यात्रियों को आराम

जब इस समस्या को दूर करने के विषय पर मंथन हुआ तो यह बात सामने आई कि जनरल कोच की संख्या बढ़ाने से न केवल सामान्य बल्कि स्लीपर के यात्रियों को भी राहत मिलेगी। दरअसल जनरल कोच में जगह नहीं मिलने पर यात्री स्लीपर कोच में जबरिया चढ़ते हैं। इसके कारण आए दिन विवाद भी होता था।

जिसे ध्यान में रखते हुए एक- एक कोच बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इन ट्रेनों में पहले से एक- एक जनरल कोच है, जो ट्रेन के आगे व पीछे जुड़ते हैं। अब दो आगे और दो पीछे की तरफ जनरल कोच जोड़े गए हैं।

इन ट्रेनों में चार- चार कोच की सुविधा

बिलासपुर- नेताजी सुभाष चंद्र बोस इतवारी एक्सप्रेस

नेताजी सुभाष चंद्र बोस- कोरबा एक्सप्रेस

बिलासपुर- भगत की कोठी एक्सप्रेस

बिलासपुर- बीकानेर एक्सप्रेस

कोरबा- अमृतसर एक्सप्रेस

बिलासपुर- पटना एक्सप्रेस

बिलासपुर- एर्नाकुलम एक्सप्रेस

दुर्ग- निजामुद्दीन एक्सप्रेस

दुर्ग- एमसीटीएम उधमपुर एक्सप्रेस

दुर्ग- भोपाल एक्सप्रेस0 दुर्ग- नवतनवा एक्सप्रेस

दुर्ग- कानपुर एक्सप्रेस0 दुर्ग- अजमेर एक्सप्रेस

दुर्ग एसीटीएम उधमपुर एक्सप्रेस0 दुर्ग- नवतनवा एक्सप्रेस

दुर्ग- अजमेर एक्सप्रेस पांच 21 और 11 ट्रेन 22 कोच से चल रही

जिन ट्रेनों में चार- चार जनरल कोच बढ़ाए गए हैं। उनमें से पांच 21 कोच के साथ चल रही है। वहीं 11 ट्रेनों में कोच की संख्या 22 हो गई है। इन ट्रेनों में इतनी गुंजाइश है कि दो- दो अतिरिक्त कोच बढ़ाए जा सकते हैं। ट्रेनों की अधिकतम कोच की संख्या 24 ही होती है। इसी के मुताबिक ही स्टेशनों के प्लेटफार्म का निर्माण किया जाता है।

 

 

 

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