सरगुजा : उत्तर छत्तीसगढ़ में कड़ाके की सर्दी का दौर जारी है। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मैनपाट में लगातार दूसरे दिन न्यूनतम तापमान तीन डिग्री और कहीं-कहीं पर दो डिग्री के आसपास दर्ज किया गया। यहां का तापमान जल जमाव बिंदु पर पहुंचने से खुले स्थान पर बर्तनों में रखा पानी जमने लगा है।
मैदानी और पहाड़ी दोनों ही इलाके में आज रात से लेकर सुबह तक जमकर पाला पड़ा है। सुबह के वक्त घास के मैदान और पुआल के ढेर में पाले की सफेद चादर बिछी नजर आई। संभागीय मुख्यालय अंबिकापुर में भी न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। लगातार गिरते तापमान के चलते परा छह डिग्री तक पहुंच गया। जाहिर है उत्तर छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। बता दें कि मौजूदा सीजन का यह सबसे कम तापमान है, जो सामान्य से साढे तीन डिग्री कम है। बीते कुछ दिनों से कंपकंपा देने वाली सर्दी से लोग बेहाल हो उठे हैं।
आने वाले दिनों में कड़ाके की ठंड, माैसम विभाग का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे तक कड़ाके की ठंड का अनुमान है। इसके बाद विक्षोभ के प्रभाव से बादलों की आवाजाही के साथ तापमान में कुछ वृद्धि होगी। 15 और 16 दिसंबर के आसपास विक्षोभ का प्रभाव दिखेगा और उत्तरी छत्तीसगढ़ में घने बादलों के बीच कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी की संभावना है।
उत्तरी छत्तीसगढ़ में नवंबर के दूसरे पखवाड़े के बाद कड़ाके की सर्दी आरंभ हुई। बीच में चक्रवाती तूफान और पश्चिमी विक्षोभ से इस पर थोड़ा प्रभाव पड़ा। इस बार सरगुजा मे लगातार दो सप्ताह तक न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे बना रहा। इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ का प्रभावी रूप दिखा और सरगुजा संभाग के कई इलाकों में वर्षा दर्ज की गई। अंबिकापुर में लगभग दो मिली मीटर बारिश हुई। मौसम साफ होते ही ठंड में एक बार फिर से पलटवार किया और तापमान में तगड़ी गिरावट दर्ज की गई।
अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री था वह आज गिरकर छह डिग्री पहुंच गया है। चार दिनों के भीतर छह डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। इधर मैनपाट में सर्दी से लोग बेहाल हैं। यहां लगातार दूसरे दिन तापमान तीन डिग्री दर्ज किया गया। इलाके में जमकर पाला पड़ा है और जल जमाव बिंदु पर तापमान के पहुंचने से खुले स्थानों पर रखा पानी बर्फ के सामान जम गया है।
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