घी एक प्राचीन आयुर्वेदिक उपचार है, जो सेहत और सौंदर्य दोनों के लिए अच्छा होता है। यह नेचुरल मॉइश्चराइजर है, जो त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाता है। घी में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो शरीर को कई रोगों से बचाते हैं। घी डाइजेशन को ठीक रखता है, वजन को कम करता है, शरीर के अंगों में होने वाली सूजन और दर्द को कम करता है और शरीर को कई रोगों से बचाता है।
आयुर्वेद के अनुसार, घी का इस्तेमााल शरीर के अंगों पर करने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको 4 ऐसे अंगों के बारे में बताएंगे, जहां घी को लगाने से आपको कई फायदे हो सकते हैं। इनके बारे में हमें आयुर्वेदिक एक्सपर्ट सिद्धार्थ एस कुमार बता रहे हैं।
1. नाभि में घी लगाने के फायदे
नाभि में घी लगाने से डाइजेशन मजबूत होता है और पेट के रोगों से बचाव होता है। घी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पेट की सूजन और दर्द को कम करते हैं।
इसे लगाने से वजन कम होता है, क्योंकि घी डाइजेशन को मजबूत बनाता है और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। साथ ही, घी में मौजूद प्रोटीन नाभि के आस-पास की मसल्स को मजबूत बनाता है।
इसे नाभि में लगाने से त्वचा हेल्दी होती है, क्योंकि यह त्वचा को मॉइश्चराइज करता है, जिससे त्वचा के रोगों से बचाव होता है।
घी लगाने से हार्मोन बैलेंस रहते हैं, क्योंकि इससे पिट्यूटरी ग्लैंड सही रहता है, जिससे रिप्रोडक्टिव हेल्थ अच्छी रहती है।इसके अलावा, इससे आपकी इम्यूनिटी मजबूत होती है।
नाभि में घी लगाने का तरीका
थोड़ी सी मात्रा में घी लें और इसे अपनी नाभि में लगाकर कुछ देर के लिए मसाज करें।
2. नाक में घी लगाने के फायदे
नाक में घी लगाने से नाक के रोगों से बचाव होता है और साइनस की समस्याओं में आराम मिलता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो नाक में बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकते हैं।
घी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो नाक की सूजन और दर्द को कम करते हैं। साथ ही,घी में विटामिन-ई होता है, जो नाक की गंध को बढ़ाने में मदद करता है।
घी में फैटी एसिड होते हैं, जो नाक की त्वचा को मॉइश्चचराइज करते हैं।
नाक में घी लगाने का तरीका
थोड़ी सी मात्रा में घी लें और इसे अपनी नाक के दोनों छिद्रों में लगाएं।
3. आंखों में घी लगाने के फायदे
क्या आप जानते हैं कि घी में विटामिन-ए और ई जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो आंखों की रोशनी को सही रखते हैं। साथ ही, इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो आंखों की थकान दूर करते हैं।
घी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो आंखों के रोगों से बचाव कर सकते हैं। इसके अलावा, इसमें फैटी एसिड होते हैं, जो आंखों की त्वचा को मॉइश्चराइज करते हैं, जिससे आंखों में नमी बनी रहती है।
आंखों पर घी लगाने का तरीका
थोड़ी मात्रा में घी लें और इसे आंखों के आस-पास लगाकर कुछ देर मसाज करें।
4. पैर में घी लगाने के फायदे
पैरों में घी लगाने से पैरों के रोगों से बचाव होता है और पैरों को आराम मिलता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि घी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इससे पैरों की सूजन और दर्द भी कम होता है।
घी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो पैरों के रोगों से बचाव में करते हैं। साथ ही, इसमें विटामिन-ई होता है, जो पैरों की नसों को मजबूत बनाता है।
पैरों में घी लगाने से दिमाग रिलैक्स होता है और मन में बुरे विचार नहीं आते हैं, क्योंकि यह परसिंपैथेटिक नर्वस सिस्टम (यह नर्वस सिस्टम का वह भाग है, जो ग्लैंड जैसे आंतरिक अंगों को कंट्रोल करता है) को एक्टिव करता है।
पैर में घी लगाने का तरीका
घी को इन अंगों पर लगाने से न सिर्फ शरीर के अंगों की सेहत में सुधार होता है, बल्कि आपकी त्वचा भी निखरी और हेल्दी दिखाई देगी।
अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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