दिल्ली पुलिस ने फर्जी पासपोर्ट और वीजा रैकेट चलाने वाले एक आदमी को आईजीआई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया. पुलिस इस गिरोह के चार लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. पकड़े गए आरोपी को पुलिस ने जांच के दौरान गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आदमी पर आरोप है कि उसने एक युवा दंपत्ति को बुजुर्ग बनाकर देश से बाहर भेजने की कोशिश की थी, लेकिन दोनों ही लोगों को आईजीआई एयरपोर्ट पर पकड़ लिया गया था.
पहचान बदलकर अवैध तरीके से विदेश भेजने वाले गिरोह के भूपेंद्र सिंह उर्फ विक्की नागरा को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस विक्की की तलाश पिछले कई महीने से कर रही थी, लेकिन अब जाकर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. आरोपी ने एक युवा दंपति को बुजुर्ग बनाकर अवैध तरीके से कनाडा भेजने की कोशिश की थी. इस गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
जून 2024 में हुआ था गिरफ्तार
पहचान बदलकर देश छोड़ने वाले गुरुसेवक को पुलिस ने जून 2024 में गिरफ्तार किया था. आरोपी फर्जी तरीके से देश से बाहर जाना चाह रहा था. इसके लिए वह दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा था. जिस समय वह फ्लाइट में चढ़ने वाला था. उसी समय पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था. गुरुसेवक 67 साल के रशविंदर सिंह के नाम पर जारी पासपोर्ट से देश छोड़ने की तैयारी में था.
एजेंट को दिये थे 30 लाख
पुलिस ने पासपोर्ट की जानकारी और आदमी में असमानता पाए जाने पर उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान गुरुसेवक ने पुलिस को बताया था कि उसकी उम्र 24 साल है और वह यूपी के लखनऊ का रहने वाला है. गुरुसेवक ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ कनाडा के रास्ते अमेरिका जाना चाहता था. उसने फर्जी पासपोर्ट और वीजा के लिए जगजीत सिंह उर्फ जग्गी नाम के एक एजेंट को 30 लाख रुपये दिये थे.
पुलिस ने विक्की को गिरफ्तार किया
पुलिस ने बताया कि इस मामले में जग्गी समेत उसके चार साथियों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. वहीं, इस मामले में विक्की की तलाश पुलिस निरंतर कर रही थी. जिसे अब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
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