नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा और राज्यसभा में संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर चर्चा का आयोजन किया गया। इस दौरान राज्यसभा में देश के गृह मंत्री अमित शाह ने आज अपनी बात रखी। गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने वीर सावरकर को लेकर राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान की भी आलोचना की। अमित शाह ने कहा कि वीर सावरकर के खिलाफ हमेशा झूठ फैलाया गया।
किसी पार्टी या सरकार ने नहीं दिया 'वीर' शब्द
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य सभा में कहा, 'लोकसभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस के एक नेता ने सावरकर के लिए जो बयान दिए मैं उसे दोहरा नहीं सकता। उनके नाम के आगे जो वीर शब्द लगा है, ये किसी सरकार या किसी पार्टी के द्वारा नहीं दिया गया है। उनके नाम के सामने वीर, उनकी वीरता के कारण 140 करोड़ लोगों ने दिया है। ऐसे देशभक्त के लिए इस तरह के बयान देश के सबसे बड़ी पंचायत में दिए जाते हैं। इस संबंध में कई सालों से झूठ फैलाया जाता है। 1857 से लेकर 1947 तक के स्वतंत्रता संग्राम में किसी व्यक्ति को एक जीवन में दो आजीवन कारावास हुए हैं तो वो वीर सावरकर हैं। देश को आजादी दिलाने के लिए टॉयलेट तोड़कर दरिया में झलांग लगाने का साहस किसी में था तो वो वीर सावरकर में था, एक ही जेल में दो भाई काला पानी की सजा काट रहे थे। 10 साल तक भाई एक-दूसरे को देखे नहीं, ऐसा वीर परिवार देश ने फिर देखा नहीं।'
इंदिरा जी ने भी वीर सावरकर को बताया महान क्रांतिकारी
अमित शाह ने आगे कहा, 'क्या देशभक्ति किसी विचारधारा से जुड़ी हो सकती है? देश के प्रति बलिदान किसी धर्म के साथ जुड़ा हो सकता है?' अमित शाह ने कहा कि इंदिरा जी ने सावरकर के निधन पर कहा, 'सावरकर एक महान व्यक्ति थे, उनका नाम साहस और देशभक्ति का पर्याय है। एक महान क्रांतिकारी, जिन्होंने अनगिनत लोगों को प्रेरणा देने का काम किया।' एक अन्य वाक्य में इंदिरा गांधी ने श्री वाखले को पत्र लिखा था कि 'आपका पत्र मुझे मिला, वीर सावरकर द्वारा ब्रिटिश सरकार के प्रति साहसी प्रतिरोध का हमारे स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में अपना एक महत्वपूर्ण स्थान है। मैं भारत के इस पुत्र की जन्म शताब्दी के लिए कोटि-कोटि शुभकामनाएं देती हूं।' अमित शाह ने कांग्रेस से कहा कि आप हमारी न सुनें लेकिन आप तो इंदिरा जी की भी नहीं सुनते।
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