उत्तरप्रदेश : संगम नगरी प्रयागराज के महाकुंभ में तमाम संत महात्मा और श्रद्धालु हजारों किलोमीटर का सफर तय कर यहां आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन एक ऐसे भी बाबा हैं जो साइकिल की सवारी करते हुए संगम की रेती पर धूनी रमाने के लिए आए हुए हैं. बाबा ने साइकिल पर ही पूरी गृहस्थी सजा रखी है. अपनी साइकिल को आश्रम का रूप दे दिया है. साइकिल को हाईटेक नहीं बल्कि जुगाड़ टेक्नोलॉजी से इस तरह तैयार किया है कि वह हाईवे पर भी फर्राटा भर सके. महाकुंभ में लोग इन्हें साइकिल वाले बाबा के नाम से पुकारते हैं.
खुद को भगवान भोलेनाथ का परम भक्त बताने वाले इस बाबा का नाम पंडित संपत दास रामानुज ब्रह्मचारी है. यह बिहार के औरंगाबाद जिले के रहने वाले हैं. बाबा के साइकिल से तीर्थ स्थलों के भ्रमण करने की कहानी भी बेहद अनूठी है. उनके मुताबिक उनके गुरु भगवान महादेव ने उन्हें साइकिल से देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों का भ्रमण करने का संकेत दिया. इसके बाद वह औरंगाबाद जिले से साइकिल पर सवार होकर सबसे पहले महाकालेश्वर का दर्शन करने के लिए उज्जैन गए. इसके बाद साइकिल से ही कई दूसरे तीर्थ स्थलों पर माथा टेकने के बाद वह अब प्रयागराज महाकुंभ में संगम की रेती को नमन करने और यहां धूनी रमाने के लिए पहुंचे हुए हैं.
साइकिल पर ही फहरा रही हैं धर्म ध्वजाएं
बाबा संपत दास ने साइकिल को ही अपना आश्रम बना रखा है. इस पर धर्म ध्वजाएं शान से फहरा रही हैं. साइकिल के पिछले हिस्से पर उनका बिस्तर और आसन भी रखा हुआ है. साइकिल पर चारों तरफ धार्मिक झंडे लगे हुए हैं. अलग अलग देवी देवताओं की तस्वीरे लगी हुई है. धूप और धूल ना आए, इसलिए साइकिल को चारों तरफ से अस्थाई तौर पर पैक कर रखा है. बाबा ने साइकिल पर आगे की तरफ कई शीशे भी लगा रखे हैं. यह शीशे इसलिए लगाए गए हैं, ताकि रात के वक्त हाईवे पर चल रहे वाहनों की लाइट उन पर पड़े और वाहन चालक को यह जानकारी मिल सके कि सामने से कोई आ रहा है.
पूरे महाकुंभ यही प्रयागराज में ही रहेंगे बाबा संपत दास
बाबा संपत दास का कहना है कि फिलहाल उनका इरादा पूरे महाकुंभ तक यहीं रहने का है. हालांकि इसके लिए उन्हें भोलेनाथ से इजाजत लेनी होगी. महाकुंभ में साइकिल से पहुंचे और पूरे मेला क्षेत्र में साइकिल से ही भ्रमण करने वाले यह बाबा लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. लोग साइकिल वाले बाबा को देखने, उनके साथ फोटो खींचने और सेल्फी लेने के लिए परेशान नजर आते हैं. बाबा का कहना है कि वह यहां सब के कल्याण की कामना करेंगे और साथ ही सनातन धर्मियों को एकजुट होकर रहने का संदेश भी देंगे.
Comments