इस्कॉन कोलकाता ने बांग्लादेश के नाटोरे जिले में एक हिंदू पुजारी की कथित तौर पर हत्या की शनिवार को कड़ी निंदा की। इस्कॉन ने आरोप लगाया कि शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद से पड़ोसी देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों, खासतौर पर हिंदुओं का उत्पीड़न हो रहा है व उनकी हत्याओं का सिलसिला जारी है।
सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास ने एक वीडियो पोस्ट किया और कहा, 'नाटोरे के काशिमपुर सेंट्रल श्मसान में स्थित मंदिर पर हमले की खबर सुनकर हैरान हूं। वहां से कीमती सामान लूट लिया गया और मंदिर के पुजारी तरुण चंद्र दास की बेरहमी से हत्या कर दी गई। बंधे हुए हाथ-पैर के साथ उनका शव पाया गया। यहां तक कि हिंदू श्मशान भी सुरक्षित नहीं हैं।' यह वीडियो पर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 'अमर उजाला डॉट कॉम' इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। लेकिन वीडियो फुटेज एक कथित व्यक्ति के शव को दिखाया गया है, जिनके हाथ-पैर बंधे हुए हैं।
राधारमण दास ने कहा, 'पुजारी की हत्या से पहले उनकी कथित तौर पर पिटाई गई थी, क्योंकि शव बंधा हुआ था। उन्होंने यह भी बताया कि पुजारियों द्वारा संचालित मंदिर को लूटा गया।' बांग्लादेश पुलिस ने इस घटना को एक लूटपाट का मामला बताया है। लेकिन दास ने पुलिस के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा, यह कैसे हो सकता है कि लूटपाट और हिंसा की घटनाओं में केवल हिंदुओं को ही निशाना बनाया जा रहा हो?
इस्कॉन के एक अन्य अनुयायी ने कहा,सिर्फ बातचीत से काम नहीं चलेगा, क्योंकि स्थिति लगातार बिगड़ रही है। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदू और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा का हवाला देते हुए कहा कि भारत सरकार के अनुसार आठ दिसंबर 2024 तक हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हिंसा की 2,200 घटनाएं हुई हैं। यह आंकड़ा सही नहीं है, क्योंकि कई घटनाएं रिपोर्ट नहीं की जाती हैं।
सोशल मीडिया पेज 'वॉयस ऑफ बांग्लादेशी हिंदूज' पर एक मंदिर की तस्वीर दिखाई गई है, जिसमें हिंदू देवताओं की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया गया है। पोस्ट में दावा किया गया है कि जमात के सदस्यों ने बिरगंज उप जिला के झरबाड़ी गांव में एक हिंदू मंदिर पर हमला किया और अंदर मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया।
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