रायगढ़: 27 दिसंबर 2024 : अपेक्स बैंकों में चल रहे भ्रष्टाचार का भांडा बरमकेला ब्रांच में फूट गया। कई समितियों के खातों से ब्रांच मैनेजर और अन्य ने मिलकर दो करोड़ से भी ज्यादा रकम गबन कर ली। इसके बाद मामले को दबाने का प्रयास किया गया लेकिन सब धरा का धरा रह गया। बताया जा रहा है कि बरमकेला कांड के बाद सभी ब्रांच में जांच की जा रही है। मुख्यालय से टीम भेजकर जांच कराई जा रही है।
सहकारी समितियों के खातों में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएं हैं। समिति को सिर्फ अवैध कमाई का जरिया बना लिया गया। बरमकेला ब्रांच में तो बैंकिंग नियमों और सहकारिता अधिनियम के विपरीत ही काम किया गया। किसान सदस्यों की अंशपूंजी भी समितियों के ऋण खातों से वसूली गई है। इससे कर्ज में बढ़ोतरी हो गई है। वहीं समिति के डीएमआर एकाउंट से राशि नामे कर आहरित की गई है। दो करोड़ से भी ज्यादा रकम प्रारंभिक रूप से गबन की गई है। इस मामले के सामने आने के बाद अपेक्स बैंक मुख्यालय में हडक़ंप मच गया था। सबसे ज्यादा दिक्कत उन अफसरों को हो रही है जिन्होंने पहले एबीआर और फिर सीडीओ सिक्योरिटी के कर्मचारियों से बैंक का काम कराया।
अब जानकारी मिली है कि मुख्यालय से ही अपैक्स बैंक रायगढ़ व सारंगढ़-बिलाईगढ़ की हर ब्रांच की जांच का आदेश दिया गया है। टीम गठित कर शाखाओं में भेजी गई। पुसौर, खरसिया, लैलूंगा, धरमजयगढ़ सभी ब्रांच में जांच की गई है। बताया जा रहा है कि तकरीबन सभी ब्रांचों में वित्तीय अनियमितताएं मिली हैं। समितियों के एकाउंट से राशि की हेराफेरी पाई गई है। यह भी बताया जा रहा है कि टीम ने वित्तीय अनियमितता की ज्यादा गहराई से जांच नहीं की है ताकि रिपोर्ट को सतही बनाया जा सके। गबन में कई आला अधिकारी भी फंसेंगे इसलिए जानबूझकर इसे दिशाहीन करने की तैयारी है।
अंश पूंजी भी गबन, केसीसी में फर्जीवाड़ा
सेवा सहकारी समितियों में किसान सदस्यों से अंश पूंजी के रूप में राशि ली जाती है। अपेक्स बैंक बरमकेला ब्रांच में नियम विरुद्ध 11 समितियों तौसीर, लेंध्रा, लोधिया, दुलोपाली, लुकापारा, बोन्दा, साल्हेओना, बड़े नवापारा, सरिया, बार और बरमकेला के ऋण खातों से अंश पूंजी की राशि 47.50 लाख रुपए वसूली गई है। मतलब अंश पूंजी भी इन समितियों के ऋण खाते में जुड़ गई। पूर्व में बरमकेला अपेक्स बैंक ब्रांच मैनेजर को नोटिस भी दिया गया था। उपायुक्त सहकारिता ने पाया कि बरमकेला ब्रांच में 2019 से ऐसी गड़बड़ी हो रही है। धरमजयगढ़ और लैलूंगा ब्रांच में भी केसीसी फर्जीवाड़ा सामने आया है। खरसिया में भी एक पूर्व ब्रांच मैनेजर द्वारा गड़बड़ी करने की जानकारी मिलीहै।
Comments