अगर आप हिंदी फिल्में देखने के शौकीन हैं और इन फिल्मों के बॉक्स ऑफिस आंकड़ों में भी आपकी दिलचस्पी है, तो आप ये जरूर जानना चाह रहे होंगे कि क्या इनमें से किसी फिल्म ने बीते साल की फिल्म 'द केरल स्टोरी' की तरह का चमत्कार इस साल किया है।
निवेश पर एक हजार फीसदी का मुनाफा कमाने वाली फिल्म इस साल तेलुगु में 'हनुमान' के नाम से बनी, जिसने अपनी लागत 40 करोड़ रुपये पर 400 करोड़ रुपये की कमाई बॉक्स ऑफिस पर की। रही बात हिंदी सिनेमा की तो इसमें सबसे कामयाब फिल्म 'स्त्री 2' रही है, जिसने अपने निवेश पर करीब पांच सौ फीसदी का मुनाफा बॉक्स ऑफिस पर कमाया है।
हिंदी सिनेमा में इस साल कुल 50 फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर एक करोड़ रुपये या उससे ज्यादा की कमाई की है, और इसमें से सिर्फ छह फिल्में ऐसी हैं जिनका कलेक्शन घरेलू बॉक्स ऑफिस पर सौ करोड़ रुपये या उनके ऊपर रहा।
आपको ये भ्रम हो सकता है कि सौ करोड़ रुपये से ऊपर की घरेलू बॉक्स ऑफिस पर कमाई करने वाली ये सारी फिल्में हिट हैं, लेकिन ऐसा है नहीं। बॉक्स ऑफिस पर सौ करोड़ रुपये से ऊपर कमाकर भी फिल्म 'शैतान' घाटे का सौदा रही और फिल्म 'फाइटर' तो दो सौ करोड़ रुपये से ऊपर कमाकर भी फ्लॉप फिल्म की ही श्रेणी में गिनी गई। तो आगे बढ़ने से पहले आपको ये समझना जरूरी है कि आखिर फिल्मों का हिट या फ्लॉप होने बॉक्स ऑफिस पर कैसे तय होता है?
किसी फिल्म के बनने में (कलाकारों, तकनीशियनों की फीस और फिल्म निर्माण में लगी सामग्री मिलाकर) जो लागत आती है, उसे फिल्म की मेकिंग कॉस्ट यानी कि निर्माण लागत कहते हैं। फिर फिल्म को रिलीज करने के लिए निर्माताओं/वितरकों को एक मोटी रकम फिल्म दिखाने वाले सिनेमाघरों को प्रति शो के हिसाब से चुकानी होती है। इसके अलावा फिल्म के प्रचार, विज्ञापन आदि पर भी मोटा खर्चा होता है। ये सारा खर्चा जोड़कर जो लागत आती है, उसे फिल्म की लैंडिग कॉस्ट या रिलीजिंग कॉस्ट यानी रिलीज लागत कहा जाता है। इस रिलीज लागत के बराबर कमाई करने वाली फिल्म औसत, दूनी के करीब कमाने वाली हिट, और दूनी से ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म सुपरहिट कहलाती है। तीन गुना और उससे ज्यादा कमाने वाली फिल्म ब्लॉकबस्टर बन जाती है।
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