दादी को अब मिलेगी जेल की चार दीवारी

दादी को अब मिलेगी जेल की चार दीवारी

रायपुर : भूपेश सरकार में हुए घपले -घोटालों की जाँच चल रही है, उनके कई करीबी अधिकारी कर्मचारी और व्यापारी जेल में निरुद्ध है।  इन्ही में से एक शराब घोटाले की जाँच में पूर्व आबकारी मंत्री उनके पुत्र एवं उनके नजदीकियों पर जाँच का शिकंजा कसते जा रहा था, ईडी दफ्तर में उपस्थिति दे लखमा ने अपने बचाव का रस्ता अपने अनपढ़ होने के दावे के साथ ढूंढने की असफल कोशिश की । अन्तोगत्वा छत्तीसगढ़ में पहली बड़ी राजनीतिक व्यक्ति शराब घोटाले में गिरफ्तारी हों गई, पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को न्यायलय ने 7 दिन की न्याययिक रिमांड दी है, ईडी परत दर परत घोटालों के राज खोलेगी, लखमा से सवाल जवाब करेगी शराब घोटाले में पूर्व आबकारी मंत्री की संलिप्प्ता आरोपों में बदल गई । ईडी की रिमांड के बाद उनका जेल की चार दीवारी में कैद होना तय हों गया  ।

कांग्रेस की मासूमियत उनके नेताओं के बयानों से झलक रहे, भ्रष्टाचार की भेट उनकी सरकार चढ़ गई ,फिर भी भ्रष्टाचारी से सहानुभूति दिखा रहे, क़ानूनी कार्यवाही को भी बदले की राजनीति बता रहे । छोटे -छोटे मामलों में कांग्रेस के बड़े नेता उच्चतम न्यायलय के नामी वकीलों को खड़ा करते है, पर लखमा के साथ सिर्फ बयानों में खड़े है।  अपराध की गंभीरता और उसमे जिनकी संलिप्प्ता है वों बैचेन है पहले राजनीतिज्ञ की गिरफ्तारी के बाद बड़े -बड़ो को अपनी गिरफ्तारी का डर है ।

दादी की गिरफ्तारी पे बाबा की प्रतिक्रिया - लखमा की गिरफ्तारी भाजपा की कुख्यात द्वेषपूर्ण राजनीति का एक और उदाहरण है। विपक्ष के नेताओं को फंसाना और उन पर जबरन दबाव बनाना भाजपा के गंदे खेल ने सरकारी संस्थाओं और जांच एजेंसियों की निष्पक्षता और काबिलियत पर से देश का विश्वास खत्म कर दिया है। इस संघर्ष के समय में हम सभी हमारे साथी, कांग्रेस नेता कवासी लखमा के साथ खड़े हैं।

 









You can share this post!


Click the button below to join us / हमसे जुड़ने के लिए नीचें दिए लिंक को क्लीक करे


Related News



Comments

  • No Comments...

Leave Comments