नई दिल्ली। शादी कब कर रही/रहे हो.. उम्र निकल रही है...शादी क्यों नहीं कर रही/रहे! शादी, शादी, शादी..सुनकर आप भी तंग आ गए और अगर आपने मैट्रिमोनियल साइट पर प्रोफाइल बना ली है। प्रोफाइल बनाते समय आपने उसी ईमेल आईडी को इस्तेमाल किया है, जिसे आप UPI के लिए भी इस्तेमाल करते हैं तो सतर्क हो जाइए। मैट्रिमोनियल साइट पर रिश्ते का झांसा देकर और भावनाओं से खिलवाड़ कर देश भर में हजारों लोगों से ठगी हुई है।
शादी के सपने दिखा 22 लाख की ठगी
चंडीगढ़ की रहने वाली सुनीता भल्ला एक प्राइवेट कंपनी में ऐप डेवलपर हैं। सुनीता अपनी कहानी बताती हैं, 'उन्होंने एक मैट्रिमोनियल साइट पर अकाउंट बनाया था। एक शख्स से उनकी बात शुरू हुई। बातचीत करने पर वह अच्छा लगने लगा। घर-परिवार, पसंद-नापसंद और शादी पर बातचीत हुई। शादी की तैयारियां भी शुरू कर दी थीं।'
एक रोज उसने कहा- अचानक एक इमरजेंसी आ गई है। 22 लाख रुपये की जरूरत है। अगर तुम अभी मदद कर सको तो प्लीज कर दो। मैं जल्द तुमको पूरा पैसा लौटा दूंगा। बैंक में कुछ इश्यू आ रहा है, इसलिए मैं अप्लाई नहीं कर पा रहा हूं। बहुत अर्जेंट है। आप चाहो तो पर्सनल लोन ले लो। मैं लोन सेटल कर दूंगा।
सुनीता कहती हैं कि मैंने अपनी सारी जमा-पूंजी इकट्ठी की। कुछ 12 लाख का लोन लिया और उसे पैसे दे दिया। उसके बाद से उसका नंबर बंद जा रहा है। जब ये सिलसिला तीन-चार दिन चला, तब दिमाग की बत्ती जली कि मेरा साथ फ्रॉड हुआ है। एफआईआर की।
बाद में जब इंक्वायरी हुई तो पता चला कि उसने जो भी बताया, वो सब झूठ था। जो भी दिखाया, वो सब फर्जी थी। कई दिनों तक सदमे में रही कि कोई ऐसा कैसे कर सकता है। अभी सदमे से उबरने गई हूं, लेकिन 27000 की ईएमआई भर रही हूं।
पैसे तो बच गए, लेकिन इमोशनली ठगी गई..
जयपुर की रहने वाली तृप्ति जडेजा दिल्ली-एनसीआर की एक निजी कंपनी में एचआर डिपार्टमेंट में काम करती हैं। तृप्ति जडेजा बताती हैं, शादी करने का ख्याल मन में आया तो मैंने भी एक मैट्रिमोनियल साइट पर प्रोफाइल बनाई। एक लड़के से बात हुई।
गोरा, लंबा-चौड़ा और दिखने में किसी मॉडल सा। बात करके लगा कि वाइब्स मिल रही हैं। उसने बताया कि वह अभी यूके में है और वापस इंडिया सेटल होने का प्लान कर रहा है। यह सुनकर मुझे लगा कि ठीक है, मुझे देश के बाहर जाकर सेटल नहीं होना है, लेकिन वो देश लौट रहा है तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है।
15 दिन के भीतर ही उसने इंडिया आने की जानकारी दी। कहा कि मुझे अपना कुछ सामान पार्सल करना है, जिसमें मेरे कुछ खानदानी सामान हैं, जो हमारी सगाई और शादी के लिए हैं, उनको भेजना है। आप अपना एड्रेस बता दीजिए।
मैट्रिमोनियल साइट पर तृप्ति जडेजा की इसी विनोद कुमार नाम का जालजास से बात हुई। मैंने कहा- आप आइए सामान अपने किसी जानने वाले के यहां भेज दीजिए। पहले हम मिलते हैं फिर शादी के बारे में सोचेंगे, अभी मैंने सोचा नहीं है। अगले दिन से उसने स्वीट-स्वीट से मैसेज भेजने शुरू कर दिए, जिन्हें वो जमकर प्यार जताता।
फिर उसने बताया कि मैं निकल गया हूं। 23 घंटे लगेंगे। मैंने जो सामान भेजा है, ये उसका लिंक है, आप ट्रैक कर लीजिएगा। पहले एड्रेस और फिर सामान का लिंक.. मुझे कुछ सही नहीं लग रहा था, लेकिन मैंने जवाब में कहा-ठीक है।
तृप्ति जडेजा और विनोद कुमार नाम के शख्स की बातचीत के स्क्रीनशॉट, जिसमें उसने फर्जी डॉक्यूमेंट भी शेयर किए हैं।
अगले दिन उसने एयरपोर्ट के फोटो भेजे। पैनिक आवाज में मुझे कॉल किया और बताया कि बेबी, मुझे कस्टम वालों ने यहां बिठा लिया है। मेरा फोन भी ले लिया था। मैं भूखा हूं, थका हूं और आपसे मिलने के लिए मरा जा रहा हूं। ये लोग दो लाख रुपये मांग कर रहे हैं। मैं इनसे पूछकर अकाउंट नंबर देता हूं, प्लीज बेबी पैसे ट्रांसफर कर मुझे छुड़वा लो।
मैंने कहा- अधिकारियों से बात करवाओ। उसने कहा कि ये लोग अच्छा बिहेव नहीं कर रहे हैं मेरे साथ। फोन भी ले रहे हैं। मैंने कहा कि मीटिंग में हूं। बाद में बात करती हूं। कुछ-कुछ समय के अंतराल पर उसके लगातार मैसेज आते रहे कि बेबी पैसे भेजो। बेबी मुझे छुड़वा लो। ये लोग पीने के लिए पानी भी नहीं दे रहे हैं। मैं आपके लिए इंडिया आया हूं।
तृप्ति जडेजा की इसी विनोद कुमार की बातचीत के स्क्रीनशॉट, जिसमें उसने अकाउंट नंबर भी शेयर किया है।
अब तक मैं उसके भेजे सारे फोटो वेरीफाई कर चुकी थी। सब फर्जी थे। उसके बाद मैंने प्यार से मैसेज लिखा- बेबी मैं पुलिस में हूं। एयरपोर्ट पर बात की, लेकिन आप वहां नहीं है। आपके भेजे फोटो भी फर्जी हैं, यह सुनते ही उसने कॉल काट दी और मुझे ब्लॉक कर दिया। मैं ठगी का शिकार होने से बच गई, लेकिन भावनात्मक प्रताड़ना से नहीं बच सकी। 20-25 दिन में मुझे उसकी आदत हो चुकी थी।
सुनीता भल्ला और तृप्ति जडेजा सिर्फ दो महिलाओं के उदाहरण हैं। मैट्रिमोनियल साइट पर महिला और पुरुष समेत हजारों लोग अपना अकाउंट खाली करवा बैठे। डिप्रेशन में चले गए।
इन्हीं में से कुछ पीड़ितों से बातचीत के आधार पर केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से एक एडवाइजरी तैयार की गई है, जिसमें लोगों को इस तरह की ठगी से बचने के सुझाव दिए गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी इस एडवाइजरी में ठगों को कैसे पहचानें, यह भी बताया गया है।
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