पूर्णिया के चांदी बाड़ी के रहने वाले किसान शशि भूषण सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने खेत में पहली बार 56 चप्पन कद्दू की खेती की है.
उन्होंने बताया कि यह कद्दू बाजार में बिकने वाले सामान्य कद्दू से बिल्कुल अलग दिखता है. इसका अंतर यह है कि इस कद्दू के अंदर छोटे-छोटे बीज और गुदानुमा परत मौजूद होती है. यह कद्दू लंबा होने के साथ गोल आकार में, अधिकतम 2 से 3 किलो तक का होता है
किसान ने कहा कि चप्पन कद्दू की खेती विदेश में होती है. उन्होंने अपने खेत में चप्पन कद्दू की खेती के लिए नेपाल से तकरीबन 200 पौधे मंगाए और इन पौधों को लगाकर उन्होंने चप्पन कद्दू की खेती की शुरुआत की
शशि भूषण सिंह ने बताया कि अभी पहली बार चप्पन कद्दू का बेहतर उत्पादन और फलन से वह काफी संतुष्ट हैं. इसके साथ ही, बाजार में अभी शुरुआती दौर में वह इस कद्दू की अच्छी कीमत पर बिक्री कर रहे हैं.
किसान ने कहा कि इस चप्पन कद्दू की खेती में अब तक उनकी पूंजी निकल चुकी है और आने वाले कुछ दिनों में उन्हें इससे ज्यादा मुनाफा होने की उम्मीद है.
उन्होंने बताया कि चप्पन कद्दू की खेती सामान्य कद्दू की खेती से थोड़ी अलग होती है. इसकी खेती करने के लिए खेत में वर्मी कंपोस्ट और सड़ी गोबर को मिक्स कर खेत तैयार किया जाता है, फिर मेढ़ बनाना पड़ता है. इसके बाद 5 बाय 4 फुट की दूरी पर चप्पन कद्दू के पौधे लगाए जाते हैं
शशि भूषण सिंह ने कहा कि यह कद्दू सिर्फ 55 दिनों में तैयार हो जाता है. साथ ही, समय-समय पर नीम तेल का स्प्रे भी करते रहते हैं, ताकि इस पर किसी तरह की बीमारी न लगे. उन्होंने कहा कि वह पूर्णिया जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार से प्रेरित होकर हर बार अपने खेत में कुछ नई खेती करने का प्रयास करते हैं।
Comments