बलरामपुर के रामानुजगंज फॉरेस्ट रेंज में लकड़ियों की अवैध तस्करी का खुलासा

बलरामपुर के रामानुजगंज फॉरेस्ट रेंज में लकड़ियों की अवैध तस्करी का खुलासा

बलरामपुर: छत्तीसगढ़ में बेशकीमती वन संपदा पाई जाती है. यहां साल और सागबान की लकड़ियां भारी पैमाने पर मिलती है. यही वजह है कि वुड स्मगलर्स की नजर इस इलाके पर रहती है. सोमवार को रामानुजगंज वन विभाग की टीम ने एक वाहन को जब्त किया है. इस वाहन से भारी पैमाने पर लकड़कियों की अवैध तस्करी की जा रही थी. कुल 30 नग साल चिरान एक एसयूवी से बरामद की गई है. यह लकड़ियां ऊपर से नीचे तक वाहन में भरी हुई थी. जब्त लकड़ियों की कीमत 30 हजार रूपये आंकी गई है.

हादसे के बाद गाड़ी छोड़ भागे तस्कर: वन विभाग की टीम ने बताया कि रामानुजगंज फॉरेस्ट रेंज में सुबह तीन बजे एक बड़ा हादसा हुआ. यहां के पावर हाउस अग्रसेन चौक पर तेज रफ्तार एसयूवी वाहन और एक अज्ञात वाहन की टक्कर हो गई. जिसके बाद गाड़ी में सवार लकड़ी तस्कर मौके से फरार हो गए. उन्होंने गाड़ी को वहीं पर छोड़ दिया और भाग निकले. वन विभाग का कहना है कि अंधेरे का फायदा उठाकर तस्कर फरार हो गए. वन विभाग की टीम वाहन का नंबर पता कर वाहन मालिक का पता लगाने में जुट गई है.

सुबह करीब तीन बजे हादसे की सूचना मिलने पर हमारी टीम मौके पर पहुंची. हमने घटनास्थल पर एसयूवी वाहन के साथ 30 नग साल चिरान लकड़ी जब्त की है. जब्त लकड़ी सहित वाहन की अनुमानित कीमत पांच लाख रुपए आंकी गई है.-विजय कुमार सिंह, रामानुजगंज डिप्टी रेंजर

तस्करों की तलाश में जुटा वन विभाग: रामानुजगंज के डिप्टी रेंजर विजय कुमार सिंह ने कहा कि इस मामले में भारतीय वन अधिनियम 1927 और छत्तीसगढ़ वनोपज एवं व्यापार अधिनियम 1969 की धारा के तहत कार्रवाई की जा रही है. इस एक्शन में छत्तीसगढ़ अभिवहन नियम की धाराओं को भी जोड़ा जा रहा है. लकड़ी से लदे वाहन की जांच की जा रही है. वन विभाग का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा.






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