परमेश्वर राजपूत, गरियाबंद/ छुरा :- राष्ट्रीय कला मंच एवं नगरवासियों के तत्वाधान में नगर के हृदयस्थल शीतला मंदिर प्रांगण में एक शाम देश के नाम कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ। कार्यक्रम में नीलकंठ ठाकुर, लेखराज ध्रुवा तथा मुख्य वक्ता के रुप में यज्ञदत्त वर्मा आसीन थे,अतिथि परिचय यामिनी सिन्हा ने कराया। नीलकंठ ठाकुर ने कहा कि हमें गर्व है कि विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के वासी है। हमें अपनी शक्ति को पहचानना होगा और उसे सृजनात्मक कार्यों में लगाना होगा। लेखराज ध्रुवा ने राम राज्य की संकल्पना को साकार करने हेतु सबको सद्भाव के साथ मिलकर धर्म रक्षा में आगे आने हेतु आह्वान किया। यज्ञदत्त वर्मा ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में युवाओं में राष्ट्रभक्ति, देशभक्ति का जज्बा भरा। कार्यक्रम संयोजक भिषेक पाण्डे ने कहा कि भारत युवाओं का देश है। युवा अगर मन में ठान लें तो असंभव नाम की कोई चीज है। कार्यक्रम संयोजक भिषेक पाण्डेय ने युवाओं में ऊर्जा भरते हुए कहा कि छुरा अंचल साहित्यिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक सभी क्षेत्रों में प्रतिभा सम्पन्न रहा है। हमारे कलाकारों ने न केवल छत्तीसगढ़ वरन पूरे भारत में अपनी कला कौशल से अपना नाम सुनहरे अक्षरों में रेखांकित किया है। जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में शिक्षा, योग, स्काउटिंग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु पुरस्कृत होने पर शिक्षक अर्जुन धनंजय सिन्हा को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आगाज़ देशभक्ति झांकी से हुआ जिसमें आदर्श पूर्व माध्यमिक विद्यालय के बच्चों ने शहीद राजेश कुमार ध्रुव के जन्म से लेकर बटालियन में पदस्थ रहते हुए देश की अस्मिता की रक्षा करते हुए अपने प्राण को न्यौछावर करने के मार्मिक दृश्य को संजीदगी के साथ प्रदर्शित किया गया। अपने लाडले सपूत को याद कर सभी के आंखों में आंसू छलक पड़े। कार्यक्रम में देशभक्ति गीत, नृत्य, बारहमासी गीत, छत्तीसगढ़ के पारंपरिक गीत, देशभक्ति झांकी, प्रहसन की मनमोहक प्रस्तुति हुई। राजस्थानी घूमर नृत्य और अनेकता में एकता का परिचय देता हुआ देश के विभिन्न राज्यों के सांस्कृतिक संपन्नता को रंगारंग कार्यक्रम के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। शिक्षक नेमीचंद यादव, रूपेश शर्मा, सुधा शर्मा द्वारा कराओके पर देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया। शीतला मंदिर प्रांगण, कार्यक्रम के अंत तक दर्शकों से खचाखच भरा रहा। लोगों ने एक शाम देश के नाम के सभी कार्यक्रमों का बड़े आनंद के साथ लुत्फ़ उठाया। तालियों की गड़गड़ाहट ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। समारोह का मनमोहक संचालन शिक्षक, योगविद अर्जुन धनंजय सिन्हा ने किया। समन्वयक त्रिलोक सेन, शिक्षक यादराम साहू, सुदामा प्रसाद लोधी ने निर्णायक की भूमिका निभाई। आभार प्रदर्शन ने यामिनी सिन्हा ने किया। कार्यक्रम में यशवंत यादव, मेषनंदन पाण्डेय, के.आर. सिन्हा, मुरारी राम देवांगन, वीरेंद्र ठाकुर, जितेन्द्र पाटकर, संजय वर्मा, राम बाई सिन्हा, जमीला खातून, योगेश्वरी बंजारे, हेमा चंद्राकर, ललित वर्मा, गुंजन सिन्हा, सीताचरण, यामिनी, योगिता सहित बड़ी संख्या में नगरवासियों ने समारोह का आनंद लिया।
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