दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन ने बुधवार को मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से बतौर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) उम्मीदवार अपना चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है. ताहिर ने कस्टडी पैरोल पर बाहर आने के साथ ही आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला.
ताहिर हुसैन ने कहा कि जेल जाने पर मुझे तो पार्टी से ही निकाल दिया लेकिन जब मनीष सिसोदिया जेल गए तो उन्हें क्यों नहीं निकाला? नरेश बालियान जेल गए तो उनकी पत्नी को टिकट दे दिया लेकिन मेरे परिवार को छोड़ दिया. उन्होंने सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए कहा कि वे जेल गए तो इस्तीफा तक नहीं लिया गया. अगर एक पूर्व मुख्यमंत्री बाहर आकर प्रचार कर सकता है तो ताहिर भी आ सकता है.
ताहिर हुसैन ने भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि नाइंसाफी का आपका बेटा शिकार है. अपनों से दूर जेल में है. वफादार और गद्दार की बात हो रही है. वक्त बताएगा कि वफादार कौन है और गद्दार कौन है. उन्होंने कस्टडी पैरोल को लेकर कहा कि पांच साल बाद जेल से बाहर आकर जनता से मिला तो न्यायालय के आदेश की वजह से, आंबेडकर के संविधान की वजह से. ताहिर हुसैन ने कहा कि इस चुनाव दो मुख्य पार्टियां लड़ रही हैं, एक अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी और एक नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी). जनता ब्रांड में फंस गई.
उन्होंने कहा कि एक पार्टी मोदी के नाम पर वोट मांग रही है तो दूसरी केजरीवाल के नाम पर. स्कूल नही है, टेंट में बच्चे पढ़ते हैं. ब्रांड को वोट देते हैं लोग. वोट उसे दीजिये जो आपकी आवाज उठाए. ताहिर हुसैन ने कहा कि आज चुनाव में तीन नाम की चर्चा हो रही है. केजरीवाल की, मोदी की या ताहिर और ओवैसी की. उन्होंने कहा कि यहां जो आता है, वो कहता है कि बीजेपी को हराना है इसलिए वोट दीजिये. पार्टी के लिए वफादारी और ईमानदारी से काम किया लेकिन जब षडयंत्र का शिकार हुए तो बाहर निकाल दिया बिना सच जाने.
ताहिर हुसैन ने सवालिया लहजे में कहा कि मनीष सिसोदिया जेल गए तो क्यों नही निकाला, सत्येंद्र जैन को क्यों नही निकाला. एक पार्टी में दो कानून क्यों हैं? उन्होंने कहा कि मुझे बीजेपी का एजेंट कहा. बीजेपी की साजिश की वजह से ही जेल में हूं. दोनों पार्टियां (आम आदमी पार्टी और बीजेपी) सत्ता की लड़ाई लड़ रही हैं, मेरी लड़ाई हक की है. मुस्तफाबाद की जनता की, पानी-बिजली-स्कूल की लड़ाई है.
गौरतलब है कि असदुद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली एआईएमआईएम ने ताहिर हुसैन को मुस्तफाबाद सीट से टिकट दिया है. ताहिर ने जेल से ही मुस्तफाबाद सीट से पर्चा भरा था. एआईएमआईएम उम्मीदवार ने चुनाव प्रचार के लिए सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की थी. सुप्रीम कोर्ट ने एक दिन पहले ही शर्तों के साथ छह दिन के लिए 12 घंटे का कस्टडी पैरोल दिया था. इस दौरान गाड़ियों से लेकर सुरक्षा तक, ताहिर हुसैन को ही पूरा खर्च वहन करना होगा.
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