नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में किसानों को बड़ा तोहफा दिया. बजट में किसान क्रेडिट कार्ड के तहत दिए जाने वाले लोन की लिमिट को 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया. सरकार के इस फैसले से देश के करोड़ों किसानों को फायदा होगा. शुक्रवार को संसद में पेश आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 में बताया गया कि देश में मार्च 2024 तक किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की संख्या 7.75 करोड़ थी. केसीसी के तहत किसानों को 9.81 लाख करोड़ रुपये लोन दिया गया है.
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना की शुरुआत 1998 में की गई थी. इस योजना को नाबार्ड (राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक) की सिफारिश पर लागू किया गया था. किसान क्रेडिट कार्ड ने किसानों के लिए ऋण प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाया है, जिससे वे समय पर बीज, उर्वरक, कीटनाशक, और अन्य कृषि उपकरण खरीदने में सक्षम हो सके हैं. किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने और खेती से जुड़े खर्चों को आसानी से पूरा करने में किसान क्रेडिट कार्ड अहम भूमिका निभा रहा है.
किसान क्रेडिट कार्ड ब्याज
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसानों को वर्तमान में 3 लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराया जाता है, जिसे अब बजट में 5 लाख कर दिया गया है. केसीसी की ब्याज दर 7 फीसदी सालाना है. सरकार किसानों को राहत देने के लिए ब्याज पर सब्सिडी भी प्रदान करती है. अगर किसान समय पर ऋण चुकाते हैं तो उन्हें 3% की ब्याज सब्सिडी मिलती है, जिससे किसान क्रेडिट कार्ड की प्रभावी ब्याज दर 4% रह जाती है.
कौन है किसान क्रेडिट कार्ड का हकदार
किसान क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ कृषि कार्यों के अलावा मत्स्य पालन, डेयरी फार्मिंग, पशुपालन और बागवानी से जुड़े किसानों को भी मिलता है. इसके लिए कुछ आवश्यक पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं. जैसे भारतीय नागरिक होना और किसान की आयु 18 से 75 वर्ष के बीच होना आदि.
किसान क्रेडिट कार्ड कैसे जारी किया जाता है?
किसान क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया सरल है. किसान इसे सरकारी और निजी बैंकों, ग्रामीण बैंकों, और सहकारी समितियों से प्राप्त कर सकते हैं. किसान क्रेडिट कार्ड के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन, दोनों तरह से आवेदन किया जा सकता है. किसान को अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाकर किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन पत्र भर सकता है. आवेदन के साथ आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, भूमि के कागजात, और पासपोर्ट साइज फोटो जमा करनी होती है.
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
किसान PM Kisan योजना की वेबसाइट या संबंधित बैंक की वेबसाइट के जरिए भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. हम आपको भारतीय स्टेट बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए ऑनलाइन फार्म भरने की स्टेप बाय स्टेप प्रकिया बता रहे हैं…
कब वापस करना होता है पैसा
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसान को पांच साल के लिए लोन मिलता है. पांच साल बाद यह रिन्यू हो जाता है. किसान को साल में दो बार किसान क्रेडिट कार्ड का ब्याज भरना होता है. साल में एक बार उसे लोन की पूरी रकम ब्याज सहित जमा करानी होती है. जमा कराई गई मूल रकम को किसान अगले ही दिन वापस निकलवा सकता है. साल दो बार ब्याज भरने और एक बार पूरी ऋण राशि जमा कराने पर ही किसान ब्याज सब्सिडी पाने का हकदार होता है. अगर वह ऐसा नहीं करता है तो उसे 7 फीसदी के हिसाब से ब्याज भरना पड़ता है. समय पर ब्याज न भरने पर खाता एनपीए भी हो सकता है.
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