भिलाई : सड़क दुर्घटनाओं के लिए प्रमुख कारणों में एक होती है रफ्तार। सड़कों पर वाहनों को तय सीमा से अधिक तेजी से चलाने के कारण कई दुर्घटनाएं हुई हैं। रफ्तार नपर नजर रखने व ऐसे वाहन चालकों पर कार्रवाई के लिए दुर्ग की यातायात पुलिस द्वारा इन दिनों इंटरसेप्टर वाहन का इस्तेमाल किया जा रहा है। बीते 7 माह में यातायात पुलिस ने इंटरसेपटर वाहन के माध्यम से 2319 वाहन चालकों पर कार्रवाई करते हुए कुल 25 लाख 89 हजार 100 रुपए जुर्माना वसूल किया। इनमें से सर्वाधिक कार्रवाई तेज रफ्तार के लिए की गई है।
बता दें एसपी जितेन्द्र शुक्ला के निर्देश व एएसपवी यातायात ऋचा मिश्रा के मार्ग दर्शन में डीएसपी यातायात सतानंद विध्यराज के नेतृत्व में सडक दुर्घटनाओं को रोकने यातायात पुलिस दुर्ग द्वारा तेज रफ्तार वाहन चालकों, शराब के नशे में वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। यातायात पुलिस इंटरसेप्टर वाहन द्वारा ओवर स्पीड, शराब का पीकर वाहन चलाने वालों व अन्य तरीके से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नकेल कसा जा रहा है।
इंटरसेप्टर वाहन में ध्वनि विस्तारक यंत्र तथा 360 डिग्री निगरानी सर्विलांस कैमरा भी है जिससे 160 मीटर दूर से ही वाहन की स्पीड का पता चल जाएगा। इसके अलावा इस वाहन से नशे में वाहन चलाने, निर्धारित मापदंड से अधिक चकाचौंध वाली हेड लाईट लगाने, ध्वनि यंत्रों की तेज आवाज को मापने तथा वाहनों के शीशों में गहरी काली फिल्म लगाने पर चालकों पर कार्यवाही की जा रही है साथ ही पीए सिस्टम के माध्यम से नो पार्किग में वाहनो को खडा न होने के लिए एलाउसमेन्ट किया जा रहा है।
इंटर सेपटर वाहन से विगत 7 माह में कुल 2319 वाहन चालको पर कार्यवाही की गई है। जिसमें सबसे अधिक सडक दुर्घटना के कारण तेज रफ्तार वाहन पर 321 वाहन चालको पर कार्यवाही, शराब के नशे में वाहन चलाने वाले 146 वाहन चालको पर, संदिग्ध रूप से चार पहिया वाहन में ब्लैक फिल्म लगाकर चलने वाले 35 वाहन, प्रेशन हार्न का उपयोग करने वाले 175 एवं अन्य यातायात नियमों का पालन न करने वाले 1642 वाहन चालकों पर कार्यवाही कर कुल-25,89,100 रुपए समन शुल्क वसूल किया गया।
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