भोपाल: जलसंसाधन विभाग के इंजीनियर विभाग के टेंडर नियमों को ठेंगा दिखा रहे है। बीस लाख रुपए से कम के कामों की निविदा ऑनलाइन पोर्टल पर जारी करने में न्यूनतम अवधि पंद्रह दिन से कम रखी जा रही है। इंजीनियरों द्वारा विभाग के आदेशों की अवहेलना किए जाने को लेकर मुख्य अभियंता प्रोक्योरमेंट विनोद कुमार देवड़ा ने नाराजगी जाहिर की है। विभाग के सभी कार्यपालन यंत्रियों को उन्होंने निर्देशित किया है कि नियमों का उल्लंघन कर जारी की गई ऐसी सभी निविदाओं को तत्कल निरस्त कर आदेशानुसार निर्धारित अवधि में नवीन निविदा जारी करना सुनिश्चियत करें। उन्होंने कहा है कि जलसंसाधन विभाग ने 17 दिसंबर 2013 को इस संबंध में आदेश जारी किए है। इन आदेशों का पालन सुनिश्चित किया जाए।
जलसंसाधन विभाग ने ई टेंडरिंग प्रणाली हेतु टेंडर जारी किए जाने के लिए विभिन्न चरणों में समय सीमा तय की है। निविदा तैयार करने और जारी करने के लिए पांच करोड़ तक के ठेकों के लिए एक दिन, पांच करोड़ से पचास करोड़ तमक दो दिन और पचास करोड़ से अधिक के लिए दोदिन और सभी निविदाओं द्वितीय अथवा अग्रिम आमंत्रण हेतु एक दिन का समय तय है। निविदा तैयार करने, जारी करने, निविदा फार्म खरीदने, ऑनलाइन निविदा जमा करने, लिफाफा अ और ब खोलने तथा वित्तीय प्रस्ताव खोलने सहित कुल समय सीमा पांच करोड़ से अधिक के मामलों में 19 दिन, पांच से पचास करोड़ के ठेकों के लिए बीस दिन, पचास करोड़ से अधिक के ठेकों के लिए 21 दिन और अन्य सभी निविदाओं के लिए पंद्रह दिन की समयसीमा तय है। निविदा जमा करने की दिनांक तक उस दिनांक और उसके एक दिन पूर्व की दिनांक में बैंक अवकाश न हो यह भी ध्यान रखना जरुरी है। ठेकेदार को अर्नेस्ट मनी बनवाने में असुविधा न हो यह ध्यान में रखने के लिए भी निर्देश है। इसके अनुसार समयसीमा बढ़ाई जाने के निर्देश है।
लेकिन देखने में यह आ रहा है कि कार्यपालन यंत्री बीस लाख रुपए से कम की निविदा ऑनलाइन पोर्टल पर जारी कर न्यूनतम पंद्रह दिन की अवधि का पालन नहीं कर रहे है। ऐसे में सभी ठेकेदार प्रतिस्पर्धा में शामिल नहीं हो पाते है और कई बार निविदा दुबारा जारी करने की स्थिति बनती है। ऐसे में विभाग को ठेकों में कम लोंगों के शामिल होंने से पर्याप्त चयन और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा कराने का मौका नहीं मिलता। इसलिए अब सभी को कहा गया है कि ऑनलाहून टेंडर जारी करने में न्यूनतम पंद्रह दिन का समय प्रस्तावकों को प्रदाय किया जाए।
Comments