जेलेंस्की के साथ बात करने के लिए राष्ट्रपति पुतिन तैयार,रूस का बड़ा बयान

जेलेंस्की के साथ बात करने के लिए राष्ट्रपति पुतिन तैयार,रूस का बड़ा बयान

मॉस्को :  रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को तीन साल से अधिक का समय हो गया है। दोनों देशों के बीच जारी इस युद्ध को समाप्त कराने के लिए कई देश लगातार प्रयास कर रहे हैं। इस बीच रूस की ओर से एक बड़ा बयान सामने आया है।

दरअसल, क्रेमलिन ने कहा कि अगर आवश्यकता पड़ती है तो रूस के राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन के जेलेंस्की के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने मंगलवार को कहा कि सऊदी अरब में रूस-अमेरिका वार्ता से व्लादिमीर पुतिन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच संभावित बैठक पर अधिक स्पष्टता मिल सकती है, लेकिन इस सवाल पर अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई है।

जानकारी दें कि यूक्रेन युद्ध की समाप्ति की प्रक्रिया में सऊदी अरब की राजधानी रियाद महत्वपूर्ण स्थल बन सकता है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो रियाद और उनके रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव भी देर रात रियाद पहुंचे।

आज यानी मंगलवार को अमेरिका और रूस के विदेश मंत्री बैठकर शांति वार्ता की रूपरेखा तैयार करेंगे। इस बैठक में यूक्रेन युद्ध खत्म करने और अमेरिका-रूस संबंधों की बाधाओं को हटाने के तरीकों पर विचार होगा। 2022 में यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद अमेरिका ने रूस पर तमाम प्रतिबंध लगाए थे जिससे दोनों देशों के सामान्य संबंध भी खत्म हो गए थे।बता दें कि यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब शीर्ष रूसी और अमेरिकी राजनयिक आज सऊदी अरब में बैठक कर रहे हैं जिसका उद्देश्य यूक्रेन में वर्षों से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए समझौता करना है।

बता दें कि 12 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डेढ़ घंटे तक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन पर वार्ता कर संबंधों को सामान्य बनाने की प्रक्रिया शुरू की है।

यूक्रेन के राजनयिक के लिए कोई जगह नहीं

ध्यान देने वाली बात है कि सऊदी अरब में आज रूस-अमेरिका की बैठक में यूक्रेन युद्ध एजेंडे में सबसे ऊपर है, हालांकि यूक्रेनी राजनयिकों के लिए कोई सीट नहीं है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि कीव हमारे बिना हमारे बारे में चर्चा किए गए किसी भी समझौते या चीज़ों को मान्यता नहीं दे सकता।

NATO ने जताई चिंता

इधर, यूरोपीय राष्ट्र और नाटो सहयोगी भी वाशिंगटन की मास्को के प्रति नीति में अचानक आए बदलाव को लेकर चिंतित हैं। हालांकि, रियाद में होने वाली बैठक में यह भी देखा जाएगा कि क्या डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन वाशिंगटन और मास्को के बीच की खाई को पाटने के उद्देश्य से एक साथ शिखर सम्मेलन आयोजित कर सकते हैं।






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