अयोध्या: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व माना जाता है. यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है. मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और प्रदोष काल में पूजा करने से भोलेनाथ और मां पार्वती की विशेष कृपा मिलती है. इससे जीवन में सुख-समृद्धि और ज्ञान की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही इस दिन दान-पुण्य करने का भी बड़ा महत्व बताया गया है. लड़कियां ये व्रत रखती हैं ताकि अच्छा पति मिले. जानते हैं प्रदोष व्रत के दिन किए गए दान के महत्व के बारे में साथ ही कि क्या-क्या दान किया जा सकता है.
पहले जान लें शुभ मुहूर्त
अयोध्या के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम के मुताबिक, हिंदू पंचांग के अनुसार 9 फरवरी (रविवार) शाम 7:25 बजे से प्रदोष व्रत की शुरुआत होगी और इसका समापन 10 फरवरी को शाम 6:57 बजे होगा. इसलिए, इस माह का पहला प्रदोष व्रत 9 फरवरी को रखा जाएगा. इस दिन दान-पुण्य करने से जीवन में कभी भी परेशानियां नहीं आती हैं.
इन चीजों का कर सकते हैं दान
पंडित जी से जानते हैं कि इस दिन किन चीजों का दान करना ठीक रहता है और क्या दान करने से क्या फल मिलने की मान्यता है.
कपड़ों का दान करें
प्रदोष व्रत के दिन वस्त्र का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है. मान्यता है कि वस्त्र दान करने से जीवन में संपन्नता आती है और व्यक्ति की आर्थिक स्थिति बेहतर होती है.
काले तिल का दान करें
अगर आप इस दिन काले तिल का दान करते हैं, तो इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं. साथ ही शनि के अशुभ प्रभाव से भी मुक्ति मिलती है.
पैसे का दान
प्रदोष व्रत के दिन धन का दान करना भी बहुत शुभ माना जाता है. इससे घर में माता लक्ष्मी का वास होता है और आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं.
प्रदोष व्रत सिर्फ उपवास और पूजा-पाठ का ही पर्व नहीं है, बल्कि इसमें दान-पुण्य का भी विशेष महत्व है. अगर इस दिन सही विधि से वस्त्र, तिल और धन का दान किया जाए, तो जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता जरूर मिलती है.
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