नई दिल्ली : फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष में विजया एकादशी मनाई जाएगी। एकादशी को हिंदू धर्म में बहुत ही खास माना जाता है। इस दिन साधक विशेष विधि-विधान से पूजा कर न केवल भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त कर सकता है, बल्कि उसे लक्ष्मी जी की भी कृपा मिलती है। ऐसे में इस दिन पर कुछ खास नियमों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।
विजया एकादशी का शुभ मुहूर्त
फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 23 फरवरी को दोपहर 01 बजकर 55 मिनट शुरू हो रही है। वहीं इस तिथि का समापन 24 फरवरी को दोपहर 01 बजकर 44 मिनट पर होगा। ऐसे में विजया एकादशी सोमवार, 24 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी।
भूल से भी न करें इसका सेवन
एकादशी के दिन चावन खाना वर्जित माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करने से माता लक्ष्मी आपसे नाराज हो सकती हैं। साथ ही आपका व्रत भी खंडित माना जाता है। न केवल व्रत करने वाले साधक को बल्कि घर के अन्य लोगों को भी एकादशी पर चावल के सेवन से बचे
तुलसी से जुड़े कुछ नियम
भगवान विष्णु की कृपा प्राप्ति के लिए एकादशी पर तुलसी से जुड़े कुछ नियमों का भी जरूर ध्यान रखें। इस दिन पर तुलसी को किसी भी प्रकार की कोई हानि नहीं पहुचानी चाहिए। एकादशी पर न तो तुलसी के पत्ते और न ही मंजरी आदि तोड़े। ऐसा करने से माता लक्ष्मी आपसे रुष्ट हो सकती हैं। इस दिन तुलसी में जल भी नहीं चढ़ाना चाहिए, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दिन पर तुलसी जी भगवान विष्णु के निमित्त निर्जला व्रत करती हैं।
रखें इन बातों का ध्यान
एकादशी एक शुभ दिन माना जाता है, ऐसे में इस दिन पर काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए। इसके स्थान पर आप पीले रंग के वस्त्र पहन सकते हैं, क्योंकि यह रंग भगवान विष्णु का प्रिय माना जाता है। पूर्ण फल की प्राप्ति के लिए इस दिन पर अपने विचारों को भी शुद्ध रखें और मन में क्रोध, बुरे विचार आदि न लाएं।
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