नई दिल्ली : धर्मगुरु पोप फ्रांसिस की हालत गंभीर बनी हुई है। वे पिछले एक सप्ताह से अस्पताल में भर्ती हैं। उनके दोनों फेफड़ों में संक्रमण बताया गया है। 88 साल के पोप फ्रांसिस सांस की बीमारी से ग्रस्त हैं।
पोप को फेफड़ों में संक्रमण के बाद पिछले शुक्रवार को रोम के जेमेली हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। पोप फ्रांसिस की बिगड़ती सेहत ने उन्हें अपने उत्तराधिकारी की लड़ाई को लेकर चिंतित कर दिया है।
21 साल की युवावस्था में भी हो गया था निमोनिया
वेटिकन के प्रवक्ता माटेयो ब्रूनी ने बताया कि उनके चेकअप के परिणाम बताते हैं कि वे पॉलीमाइक्रोबियल सांस नली के संक्रमण से पीड़ित हैं। शुक्रवार को भर्ती करने के बाद उनके ट्रीटमेंट में जरूरी बदलाव भी किए गए हैं। बताया जाता है कि पोप को 21 साल की युवावस्था में निमोनिया हुआ था, तब उनके एक फेफड़े को निकाला गया था।
सीटी स्कैन में दोनों फेफड़ों में संक्रमण की हुई पुष्टि
वेटिकन के अनुसार उनका सीटी स्कैन किया गया। इसमें उनके दोनों फेफड़ों में निमोनिया की पुष्टि हुई। रॉयटर्स के अनुसार, लैब टेस्ट, एक्सरे रिपोर्ट बता रही हैं कि उनकी हालत जटिल बनी हुई है। सर्दी के मौसम में पोप को ब्रॉन्काइटिस होने का खतरा बना रहता है। डबल निमोनिया गंभीर संक्रमण है। इससे दोनों फेफड़ों में सूजन आ जाती है और सांस लेना कठिन हो सकता है।
2023 में भी अस्पताल में किया गया था भर्ती
इससे पहले मार्च 2023 में भी उन्हें ब्रॉन्काइटिस की समस्या के कारण तीन दिन तक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसी बीच वेटिकन के प्रवक्ता ब्रूनी ने सोमवार को दिए गए अपडेट में बताया
'पोप की हालत स्थिर है। उन्होंने रीडिंग करना फिर शुरू कर दिया है। वेटिकन प्रेस के दफ्तर के बयान के अनुसार, पोप ने पूरे दिन आराम किया। प्रार्थना और रीडिंग का काम किया।'
पोप को साइटिका की भी है समस्या
घुटने खराब होने के कारण वह व्हीलचेयर, वाकर आदि का प्रयोग करते हैं। उन्हें साइटिका की भी समस्या है। जब 2023 में उन्हें गंभीर निमोनिया हुआ था तो उस समय उन्हें तीन दिन बाद ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था। फ्रांसिस के अस्पताल में भर्ती रहने के कारण वेटिकन के कुछ कार्यक्रमों को रद करना पड़ा है।
नाजुक सेहत के कारण पोप कर रहे कई नियुक्तियां
अपनी नाजुक सेहत को देखते हुए पोप फ्रांसिस ने वेटिकन के कई अहम पदों पर लोगों की नियुक्तियां की हैं। पोप ने शनिवार को नन, सिस्टर राफैला पेइट्रिनी को वेटिकन सिटी अगली और पहली महिला गवर्नर नियुक्त करने की प्रक्रिया में भी तेजी ला दी है। साथ ही घोषणा कर दी है कि उनका कार्यकाल 1 मार्च से शुरू होगा। वहीं 6 फरवरी को पोप ने कार्डिनल्स कॉलेज के डीन इतालवी कार्डिनल जियोवानी बतिस्ता रे का कार्यकाल बढ़ा दिया था।
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