नई दिल्ली : फाल्गुन माह में आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पूर्ण रूप से भगवान शिव की आराधना के लिए समर्पित मानी जाती है, क्योंकि इस तिथि पर महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस दिन को शिव और शक्ति के मिलन यानी भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह उत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस बार बुधवार, 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी।
क्या होता है मूलांक
अंक ज्योतिष शास्त्र में मूलांक का खास महत्व माना गया है, जिसे व्यक्ति की जन्मतिथि से ज्ञात किया जाता है। जन्मतिथि के अंकों को जोड़कर व्यक्ति का मूलांक पता लगाया जाता है, उदाहरण के तौर पर अगर किसी व्यक्ति का जन्म किसी महीने की 11 तारीख को हुआ है, तो उसका 2 होगा, क्योंकि 1 और 1 को जोड़ने पर 2 प्राप्त होता है।
कौन-सा मूलांक है लकी
ऐसे में महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2025 astrology) का पर्व मूलांक 1 के लिए बहुत-ही खास माना जा रहा है। जिस किसी जातक का जन्म 1, 10, 19 या 28 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 1 माना जाता है। इस मूलांक के स्वामी ग्रह सूर्य हैं। इस दौरान आपके सभी रुके हुए काम पूरे हो सकते हैं। इसी के साथ आपको अपने कार्यक्षेत्र में भी लाभ मिल सकता है, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
इन लोगों की चमकेगी किस्मत
इसी के साथ मूलांक 2 के लिए भी महाशिवरात्रि का समय काफी अच्छा माना जा रहा है। अगर किसी व्यक्ति का जन्म किसी महीने की 2, 11, 20 या फिर 29 तारीख को हुआ है, तो उनका मूलांक 2 होगा। इस समय में आपका अपना घर खरीदने का सपना सच हो सकता है। साथ ही इन मूलांक के लिए विदेश यात्रा के योग भी बन रहे हैं।
इस मूलांक को भी मिलेगा फायदा
जिस किसी जातक का जन्म 8, 17, 26 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 8 माना जाता है। इस मूलांक के स्वामी शनिदेव हैं। माना जा रहा है कि महाशिवरात्रि के अवसर पर आपको महादेव की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना करने से शिव जी के साथ-साथ शनिदेव की भी कृपा की प्राप्ति हो सकती है। इससे आपको सभी जरूरी काम बिना किसी बाधा के पूरे होंगे। वह करियर आदि में आ रही बाधा भी दूर होगी।
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