स्कूल के बाथरूम में धमाका,जाँच में हुआ बड़ा खुलासा

स्कूल के बाथरूम में धमाका,जाँच में हुआ बड़ा खुलासा

 बिलासपुर : बिलासपुर के मंगला चौक स्थित सेंट पलोटी स्कूल के बाथरूम में शुक्रवार सुबह अचानक तेज धमाका हुआ, जिससे चौथी कक्षा में पढ़ने वाली एक बच्ची झुलस गई। धमाके की आवाज सुनते ही स्कूल स्टाफ मौके पर पहुंचा और बच्ची को तुरंत निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ कि बाथरूम में सोडियम मेटल डाला गया था, जिससे यह धमाका हुआ। पुलिस मामले की जांच कर रही है और कुछ छात्राओं पर संदेह जताया जा रहा है। मंगला चौक स्थित सेंट पलोटी स्कूल में शुक्रवार की सुबह करीब 10 बजे स्कूल में कक्षा चौथी की छात्रा बाथरूम गई थी।

धमाके के बाद चीख पड़ी छात्रा

इसी दौरान बच्ची ने बाथरूम में पानी डाला। पानी डालते ही वहां पर तेज धमाका हुआ और वह जोर से चीख पड़ी। आसपास मौजूद शिक्षक और छात्र दौड़कर बाथरूम की ओर पहुंचे, जहां बच्ची को झुलसा हुआ पाया।

स्कूल प्रबंधन ने तत्काल झुलसी बच्ची को सामने ही मौजूद अस्पताल भेजा। वहां पर प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची को बर्न एंड ट्रामा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां पर झुलसी बच्ची का उपचार किया जा रहा है।

थानेदार की बड़ी लापरवाही आई सामने

स्कूल में केमिकल से धमाके की सूचना के बाद भी पुलिस की टीम मौके पर नहीं पहुंची। थाना प्रभारी सुम्मतराम साहू भी अपने आफिस में बैठकर स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोगों से बात कर रहे थे।

स्कूल की ओर से दो लोगों को थाने भेजा गया था। दोनों को घटना के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी। वे केवल एक आवेदन लेकर थाने पहुंचे थे। इधर इस बड़े हादसे के बाद भी पुलिस ने जांच जरूरी नहीं समझी।

बड़ा सवाल : बच्चों को कहां से मिला

केमिकल विस्फोट की घटना के बाद स्कूल प्रबंधन द्वारा लीपापोती का प्रयास किया जा रहा है। सबसे बड़ा सवाल है कि बच्चों को यह केमिकल मिला कहां से। प्रबंधन का कहना है कि घटना में आठवीं कक्षा के विद्यार्थी शामिल हैं। आठवीं के विद्यार्थियों का प्रयोगशाला में प्रवेश वर्जित है।

इसके कारण प्रयोगशाला से केमिकल मिलने की आशंका नहीं है। इसके बाद अब बच्चों के पास केमिकल कहां से आया इसकी पूछताछ की जा रही है। अिभभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग की है।

तीन दिन से चल रही थी प्लानिंग

स्कूल के प्रिंसिपल फादर सुनीत कुमार ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि स्कूल की कुछ छात्राएं पिछले तीन दिनों से सोडियम मेटल लेकर स्कूल आ रही थीं। वे इसे स्कूल के बाथरूम में रखकर शरारत करने की प्लानिंग कर रही थीं।

इसके लिए तीन दिनों से तैयारियां की जा रही थीं। इधर स्कूल प्रबंधन को छात्राओं की शरारत की भनक तक नहीं लग सकी। इसके कारण 10 साल की मासूम की जान पर बन आई है।

क्या है सोडियम

सीएमडी कॉलेज के रसायनशास्त्र विभाग की प्रोफेसर डा. हर्षा शर्मा के अनुसार, सोडियम एक क्षारीय धातु है। यह इतनी नरम होती है कि इसे चाकू से आसानी से काटा जा सकता है। यह पानी और हवा के संपर्क में आते ही तेजी से प्रतिक्रिया करती है।

इसलिए इसे केरोसिन तेल में डुबाकर रखा जाता है। यह पानी के साथ प्रतिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस और सोडियम हाइड्राक्साइड बनाती है, जिससे आग लगने की संभावना होती है।

इसका उपयोग रासायानिक, दवा उद्योग, सोडियम आधारित बैटरी और टाइटेनियम व अन्य धातुओं को परिशुद्ध करने में होता है। सोडियम अत्यधिक ज्वलनशील होता है, इसलिए इसे खुली हवा में नहीं रखा जाता।

पानी या नमी के संपर्क में आने पर यह विस्फोट कर सकता है। शरीर के लिए भी आवश्यक है। नमक के रूप में कोशिकाओं के कार्यों को नियंत्रित करता है। अधिक मात्रा में सेवन से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।

पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे तब सक्रिय हुई सिविल लाइन पुलिस

हादसे की सूचना पर सीएसपी निमितेष सिंह ने फोरेंसिक टीम को जांच के लिए भेजा। कुछ देर बाद वे मौके पर पहुंचे। इधर अधिकारियों के पहुंचने की जानकारी पर सिविल लाइन टीआई सुम्मत साहू भी स्कूल पहुंचे। उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल से घटना के संबंध में जानकारी ली है। अब पुलिस की टीम छात्राओं से पूछताछ करने की बात कह रही है।






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