इस साल शिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी को रखा जाएगा. यह व्रत मुख्य रूप से कुंआरी लड़कियां और विवाहित स्त्रियां रखती हैं. मान्यता है यह उपवास करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है, वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है और कुंआरी लड़कियों को मनचाहा वर प्राप्त होता है. वहीं, यह व्रत कुछ लोगों को नहीं करना चाहिए, जिसके बारे में हम यहां बताने जा रहे हैं...
महाशिवरात्रि का व्रत किसे नहीं करना चाहिए
शिवपुराण के अनुसार, महाशिवरात्रि का व्रत गर्भवती महिला, बुजुर्गों को नहीं करना चाहिए. क्योंकि प्रेग्नेंट महिला और वृद्ध लोगों को संतुलित आहार की जरुरत होती है. उनका उपवास करना सेहत के लिए ठीक नहीं है. इसके अलावा मासिक धर्म में महाशिवरात्रि का व्रत स्त्रियों को नहीं करना चाहिए.
शिवरात्रि व्रत नियम - Shivaratri fasting rules
जलाभिषेक करने का शुभ समय - Auspicious time for Jalabhishek
सुबह का समय
इस दिन जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त 6 बजकर 47 मिनट से 9 बजकर 42 मिनट तक है. उसके बाद 11 बजकर 6 मिनट से 12 बजकर 35 मिनट तक है. वहीं, महाशिवरात्रि को शाम के समय जलाभिषेक करने का समय 3 बजकर 25 मिनट से 6 बजकर 8 मिनट तक है. इसके बाद रात में 8 बजकर 54 मिनट से 12 बजकर 1 मिनट तक है.
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