राहु के अशुभ प्रभाव से निजात पाने का अच्छा मौका,होली पर करें ये कारगर उपाय  

राहु के अशुभ प्रभाव से निजात पाने का अच्छा मौका,होली पर करें ये कारगर उपाय  

खराब राहु जीवन तबाह कर देता है. राजा को भी भिखारी बना देता है. नौकरी-व्‍यापार में रोढ़े अटकाता है. होली का दिन राहु के अशुभ प्रभाव से निजात पाने के लिए खास होता है. होली से पहले के 8 दिनों में शुभ ग्रहों का प्रभाव कम रहता है. इससे क्रूर ग्रह राहु - केतु का प्रभाव बढ़ जाता है. इसके चलते इन 8 दिनों में कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता है. हालांकि ये समय पूजा-आराधना और उपाय करने के लिए अच्‍छा होता है. जो जातक राहु के अशुभ प्रभाव से परेशान हैं, उनके लिए तो यह समय बहुत अच्‍छा है. वे होली के दिन राहु के उपाय कर सकते हैं. इससे करियर-व्‍यापार में आईं अड़चनें दूर होती हैं और तेजी से तरक्‍की पाने के रास्‍ते खुलते हैं.

बढ़ जाता है राहु का प्रभाव

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर बार होलिका दहन पर राहु का प्रभाव बढ़ जाता है. इसके पीछे एक पौराणिक कथा है कि देवी पार्वती शिवजी से विवाह करना चाहती थी. लेकिन, भगवान शिव अपनी तपस्या में लीन थे. पार्वती लगातार भगवान शिव को तपस्या से बाहर लाने का प्रयास कर रही थी. माता पार्वती की कोशिश को देखकर कामदेव आगे आए और शिवजी पर पुष्प बाण चला दिया. जिसके कारण भगवान शिव की तपस्या भंग हो गई. शिवजी की तपस्या भंग हो गई थी. तपस्या भंग होने की वजह से शिवजी बहुत नाराज हुए और उन्होंने अपनी तीसरी आंख खोल दी और उनके नेत्र से निकली अग्नी कामदेव भस्म हो गए.

कामदेव के भस्‍म होने से सभी देवी देवता उदास हो गए. जिस वजह से शुभ ग्रहों का प्रभाव कम हो गया और राहु और केतु जैसे क्रूर ग्रह का प्रभाव अधिक हो गया. जब शिवजी ने कामदेव को भस्म किया उसी समय से होलाष्टक माना जाने लगा. इसके बाद भगवान कामदेव की पत्नी ने भगवान शिव को पूजा करके प्रसन्न किया और पूरी घटना बताई कि कैसे कामदेव माता पार्वती की मदद कर रहे थे. तब भगवान शिव ने उन्हें श्रीकृष्ण के पुत्र प्रद्युम्न के रूप में जन्म लेने का वरदान दिया. साथ ही तब से होली के समय राहु का प्रभाव बढ़ जाता है.

राहु के उपाय

जिन लोगों पर राहु की प्रतिकूल दशा चल रही है या राहु का गोचर जिन राशियों पर अशुभ डाल रहा है, उन्‍हें होली के मौके पर राहु उपाय कर लेना चाहिए. होलिका दहन की रात को सिद्धि की रात माना जाता है. इस रात में राहु के उपाय करने से शुभ परिणाम प्राप्त होंगे.

- होली दहन की रात पूरे भक्ति-भाव से महामृत्युंजय मंत्र का जप करें.

- होली की रात रात के मध्यकाल यानी निशिथ काल में भगवान शिव और राहु के मंत्रों का जप करें. इससे राहु का अशुभ प्रभाव कम होता है.

- राहु से जुड़ी वस्तुओं जैसे मौली, सप्त अनाज का दान करें. पक्षियों को 7 तरह के अनाज खिलाने राहु का प्रभाव कम होता है. यह उपाय आप रोज कर सकते हैं.






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