राजस्थान में आयोजित एक बड़े बॉलीवुड कार्यक्रम को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस आयोजन पर भारी खर्च को लेकर सरकार पर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह आयोजन राज्य के हित में नहीं था और इसमें 100 करोड़ रुपये पानी की तरह बहा दिए गए।
राज्य को क्या मिला?
नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया कि इस भव्य कार्यक्रम से राजस्थान को क्या लाभ हुआ। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस आयोजन में 100 करोड़ रुपये खर्च कर दिए, लेकिन इसका राज्य के पर्यटन या सांस्कृतिक प्रचार-प्रसार पर कोई असर नहीं दिखा। जो कलाकार आए, वे जयपुर के किसी भी पर्यटन स्थल पर नहीं गए, जिससे राज्य का प्रचार संभव होता।
मंदिरों के बजट पर कटौती
जूली ने सरकार पर आरोप लगाया कि एक ओर तो धार्मिक स्थलों की अनदेखी की जा रही है, वहीं दूसरी ओर बॉलीवुड के कार्यक्रम पर भारी खर्च किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2024 के बजट में खाटू श्याम जी मंदिर के कॉरिडोर के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, लेकिन वह राशि अब तक जारी नहीं हुई। इसके विपरीत, इस आयोजन के लिए पैसे तुरंत मंजूर कर दिए गए।
कार्यक्रम में बड़े सितारों की गैरमौजूदगी
जूली ने कहा कि सरकार ने भले ही करोड़ों रुपये खर्च कर दिए, लेकिन इस आयोजन में बॉलीवुड के टॉप सितारे शामिल नहीं हुए। उन्होंने कहा कि सिर्फ शाहरुख खान जैसे कुछ बड़े नाम दिखे, जबकि अन्य कलाकार उतने प्रभावशाली नहीं थे। इसी दौरान जब किसी सदस्य ने माधुरी दीक्षित का नाम लिया, तो जूली ने टिप्पणी की कि उनका समय अब बीत चुका है और वे अब B ग्रेड की अभिनेत्री नहीं मानी जातीं।
सरकार से जवाब मांगते हुए उठाए सवाल
जूली ने सरकार से स्पष्ट जवाब मांगा कि इतने बड़े खर्च के बावजूद राज्य को कोई विशेष लाभ क्यों नहीं हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम में कुछ ही लोगों को तवज्जो दी गई, जबकि प्रचार में किसी और का नाम आगे रखा गया। इस विवाद पर चलते राजस्थान में राजनीतिक बहस तेज हो गई है। सरकार की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन विपक्ष लगातार सरकार की मंशा और खर्च को लेकर सवाल उठा रहा है।
बीजेपी ने दी तीखी प्रतिक्रिया
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने एक चैनल से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “फिल्मी कलाकारों को ग्रेड देना टीकाराम जूली का अधिकार नहीं है। उन्हें यह तय करने का हक नहीं कि कौन A-ग्रेड है और कौन B-ग्रेड।” राठौड़ ने कहा कि सभी को अपने कार्य पर ध्यान देना चाहिए और फिल्मी सितारों पर अनावश्यक टिप्पणियों से बचना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरह की सोच उनकी संस्कृति विरोधी मानसिकता को दर्शाती है।
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