नई दिल्ली :दक्षिण भारतीय राज्यों और केंद्र सरकार में हिंदी और परिसीमन को लेकर उठते विवाद के बीच अब नॉर्थ-साउथ की तल्खी बढ़ती दिख रही है।
ये विवाद तब और गहरा गया जब तमिलनाडु के वरिष्ठ मंत्री दुरई मुरुगन ने आरोप लगाया कि उत्तर भारत की संस्कृति में कई पति-पत्नी रखने की परंपरा है।
वरिष्ठ मंत्री ने धमकी देते हुए कहा कि अगर कोई तमिल का अपमान करता है तो उसकी 'जीभ काट दी जाएगी'
परिसीमन और हिंदी को लेकर बढ़ी दूरी
डीएमके नेता की ये टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब प्रस्तावित परिसीमन और हिंदी को लेकर तमिलनाडु और केंद्र के बीच मनमुटाव जारी है। एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए मंत्री मुरुगन ने कहा कि तमिल रीति-रिवाजों के विपरीत उत्तर भारतीय परंपराएं बहुविवाह और बहुशासन का समर्थन करती हैं। महाभारत से (द्रौपदी विवाह) तुलना करते हुए मंत्री ने आरोप लगाया कि उत्तर भारतीय संस्कृति में "एक महिला को पांच या दस पुरुषों से शादी करने की इजाजत है।"
मुरुगन ने कहा, "हमारी संस्कृति में एक पुरुष एक महिला से विवाह करता है, लेकिन उत्तर भारत में एक महिला पांच या दस पुरुषों से विवाह कर सकती है। साथ ही पांच पुरुष एक महिला से विवाह कर सकते हैं। यह उनकी संस्कृति है। अगर एक जाता है, तो दूसरा आ जाएगा।"
दक्षिण भारत में परिसीमन को लेकर क्या है विवाद?
तमिलनाडु को आशंका है कि अगर नवीनतम जनसंख्या आंकड़ों के आधार पर परिसीमन किया गया तो राज्य का संसद में प्रतिनिधित्व कम हो जाएगा। दरअसल फिलहाल 1971 के जनगणना के आधार पर जनसंख्या के मुताबिक सभी राज्यों को सीट बांटी गई है, लेकिन दक्षिण भारतीय राज्यों का मानना है कि अगर नई जनगणना के आधार पर परिसीमन होता है तो उन्हें कम सीटें मिलेंगी।
दक्षिण के राज्यों के कहना है कि उनकी जनसंख्या उत्तर के राज्यों की तुलना में कम तेजी से बढ़ी है क्योंकि उन्होंने केंद्र सरकार के जनसंख्या नियंत्रण योजनाओं को अपने सख्ती से लागू किया और इसे कंट्रोल करने में सफल भी रहे।
"कांग्रेस और केंद्र में शासन करने वालों ने हमसे जनसंख्या नियंत्रण करने को कहा...हमने तब ऐसा किया और अब जनसंख्या कम हो गई है, लेकिन उत्तर भारत में जनसंख्या कम नहीं हुई। उन्होंने 17, 18, 19 बच्चे पैदा किए। उनके पास कोई और काम नहीं है।" दुरई मुरुगन, तमिलनाडु के मंत्री
संसद में डीएमके सांसदों के खिलाफ शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की टिप्पणी का जिक्र करते हुए मुरुगन ने तमिलों का अपमान करने वालों को चेतावनी दी। डीएमके मंत्री ने कहा, "इस बदबूदार संस्कृति से आते हुए, आप हमें असभ्य कह रहे हैं? हम आपकी जीभ काट देंगे। सावधान रहें।"