शैतान को मार डाला…पूर्व पुलिस महानिदेशक हत्याकांड मामले में चौंकाने वाला खुलासा

शैतान को मार डाला…पूर्व पुलिस महानिदेशक हत्याकांड मामले में चौंकाने वाला खुलासा

 


बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश हत्याकांड मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. रिटायर्ड डीजीपी के बेटे कार्तिकेश ने अपनी मां पल्लवी और बहन कृति पर कथित हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया है. उन्होंने दावा किया कि उसकी मां मानसिक रूप से अस्थिर हैं और उनका इलाज चल रहा है.प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुलिस ने रिटायर्ड डीजी ओम प्रकाश हत्याकांड मामले में उनके बेटे कार्तिकेश की शिकायत के आधार पर धारा 103, 103(1)(3)(5) के तहत FIR दर्ज कर ली है. कार्तिकेश ने शिकायत में अपनी मां और बहन पर कथित हत्या का आरोप लगाया है. उन्होंने दावा किया है कि उनकी मां मानसिक रूप से अस्थिर हैं और उनका इलाज चल रहा है.

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सूत्रों का कहना है कि इस हत्याकांड में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा एंगल सामने आया है. पूर्व डीजी की पत्नी जो कि इस हत्याकांड मामले में आरोपी भी हैं. वह कथित तौर पर पिछले 12 सालों से सिजोफ्रेनिया से जूझ रही हैं और उनका इलाज चल रहा है.

सूत्रों का कहना है कि वह अक्सर भ्रम की स्थिति में रहती थी, चीजों की कल्पना करती थी और बेबुनियाद विचारों से परेशान रहती थीं. सूत्रों का दावा है कि परिवार के सदस्यों ने खुलासा किया कि वह अक्सर डर व्यक्त करती थी, दावा करती थीं कि उसका पति उसे नुकसान पहुंचा सकता है और उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि उसके पति ने कई मौकों पर उसे धमकाने के लिए बंदूक भी लहराई.

वहीं, पारिवारिक सूत्रों के अनुसार ओम प्रकाश और उनकी पत्नी के बीच रिश्ता अच्छा नहीं चल रहा था. पैसों और अन्य चीजों को लेकर कई सालों से वैवाहिक जीवन में मतभेद चल रहे थे. दोनों रिश्ते से खुश नहीं थे. हालांकि, अपने बच्चों के लिए एक साथ शादी के बंधन में बंधे थे.

दरअसल, कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश बेंगलुरु में अपने आवास में रहस्यमय परिस्थितियों में रविवार को मृत पाया गया था. पुलिस ने बताया कि पूर्व डीजीपी का शव खून से लथपथ मिला था. उनके गले और पेट पर चाकू जैसे धारदार हथियार के निशान मिले. उनके कपड़े फटे हुए थे.

आपको बता दें कि ओम प्रकाश 1981 बैच के IPS अधिकारी थे. वह बिहार के चंपारण के मूल निवासी थे. उन्होंने भूविज्ञान विषय से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की थी. 28 फरवरी, 2015 को कर्नाटक के डीजी और आईजीपी बने और जनवरी 2017 में रिटायर्ड हो गए.









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