नई दिल्ली: अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, उनकी पत्नी उषा वेंस और तीन बच्चे भारत की चार दिवसीय यात्रा पर दिल्ली पहुंचे। यहां उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात होगी। वे इटली से भारत के लिए रवाना हो गए हैं।
जानकारी के मुताबिक वे आगरा और जयपुर भी जाएंगे। जोड़े के साथ बेटे इवान (7), विवेक (4) और 2 साल की बेटी मिराबेल भी होंगे। उषा वेंस भारतीय मूल की हैं। उनका परिवार आंध्र प्रदेश से अमेरिका गया था। फिलहाल यह पता नहीं चला है कि वेंस परिवार अपने प्रवास के दौरान भारतीय रिश्तेदारों से मिलेगा या नहीं।
यह उपराष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा होगी और उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच अहम व्यापार समझौतों को लेकर बातचीत हो सकती है। उपराष्ट्रपति प्रधानमंत्री से मिलने वाले हैं, जो उनकी दूसरी द्विपक्षीय बैठक होगी। पहली मुलाकात फरवरी में पेरिस में एआई शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी। वहां से प्रधानमंत्री व्हाइट हाउस लौटने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ अपनी पहली बैठक के लिए वाशिंगटन डीसी चले गए थे।
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वेंस इस कार्यकाल में भारत आने वाले ट्रम्प प्रशासन के दूसरे वरिष्ठ अधिकारी हैं। पहली बार राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड भारत आई थीं, जिन्होंने मार्च में दौरा किया था और प्रधानमंत्री और अन्य अधिकारियों से मिलने के अलावा उन्होंने रायसीना डायलॉग को भी संबोधित किया था, जो राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के नेताओं और दुनिया भर के विशेषज्ञों की एक वार्षिक सरकार समर्थित बैठक है।
वेंस 13 वर्षों में भारत की यात्रा करने वाले पहले अमेरिकी उपराष्ट्रपति हैं। यह यात्रा विशेष है, क्योंकि पिछले एक दशक में किसी भी मौजूदा अमेरिकी उपराष्ट्रपति की भारत यात्रा नहीं हुई है। इससे पहले 2013 फरवरी में तत्कालीन उपराष्ट्रपति और बाद में राष्ट्रपति बने जो बाइडन भारत आए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार शाम को 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आधिकारिक आवास पर उपराष्ट्रपति वेंस की मेजबानी करेंगे। इस बैठक में भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर चर्चा के साथ-साथ दोनों लोकतांत्रिक देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक संबंधों को गहराने के तरीकों पर विचार किया जाएगा।बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी उपस्थित रहेंगे। वेंस के साथ अमेरिका से पेंटागन और स्टेट डिपार्टमेंट के प्रतिनिधियों समेत पांच सदस्यीय उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "यह यात्रा दोनों देशों को द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की समीक्षा करने और 13 फरवरी को प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा के दौरान जारी संयुक्त बयान के कार्यान्वयन की स्थिति का जायजा लेने का अवसर देगी। साथ ही दोनों पक्ष क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श करेंगे।
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