धमतरी : छत्तीसगढ़ के धमतरी के कलेक्ट्रेट में अवैध रेत खनन को लेकर ग्रामीणों ने हल्ला बोल दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने महतारी वंदन का पैसा मत दो सरकार, लेकिन अवैध रेत उत्खनन बंद करा दो के नारे लगाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो आगे उग्र प्रदर्शन करेंगे और किसी भी अप्रिय घटना का जिम्मेदार प्रशासन होगा। इस बीच प्रदर्शनकारी ग्रामीणों को प्रशासन ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने का भरोसा दिया है।
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धमतरी के मगरलोड इलाके के ग्राम गिरौद के ग्रामीण बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचकर विरोध जताया। दरअसल, गांव के 11 एकड़ भूमि पर रात-दिन चैन माउंटेन से अवैध रेत उत्खनन चल रहा है। इसके चलते नदी की हालात ख़राब हो गई है। खनन से नदी गहरी होने के कारण किसानों को खेतों में पानी मिलना मुश्किल हो गया है। नदी के किनारे करीब 400 किसान अपने खेतों में फसल उगाते हैं। अंधाधुंध खनन के कारण बरसात में निस्तारी के लिए पानी नहीं मिलेगा।
महिलाएं बोली, बंद करो रेत खनन
ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि सरकार भले ही महतारी वंदन का पैसा न दे, परन्तु गांव में चल रहा अवैध रेत उत्खनन पर विराम लगाए। महिलाओं ने कहा कि कई बार शिकायत के बावजूद खनन पर रोक नहीं लगाया जा रहा। क्षेत्र के विधायक अजय चंद्राकर को भी इस समस्या से अवगत कराया गया। इसके बावजूद जनप्रतिनिधि द्वारा किसी भी प्रकार का एक्शन नहीं लिया गया।
ग्रामीणों की प्रशासन को चेतावनी
धमतरी कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन के बाद ग्रामीणों ने साफ कहा कि यदि अवैध रेत खनन के विरुद्ध जल्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो अब किसी से अपील नहीं करेंगे। अवैध रेत खनन बंद नहीं हुआ तो वे लोग सीधे एक्शन लेंगे। शासन और प्रशासन के भरोसे अपनी खेती नहीं छोड़ सकते हैं। इस दौरान अगर कुछ भी गलत होता है तो इसके लिए ग्रामीण नहीं, बल्कि प्रशासन जिम्मेदार होगा।
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