नई दिल्ली : टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले रोहित शर्मा ने आलचकों की जमकर क्लास लगाई है। रोहित ने कहा है कि वह खिलाड़ियों की आलोचना के खिलाफ नहीं है लेकिन गैरजरूरी आलोचना उन्हें पसंद नहीं है।उनका मानना है कि कई बार आलोचक बिना किसी वजह के खिलाड़ियों को आड़े हाथों ले लेते हैं। रोहित ने अपनी आईपीएल फॉर्म के अलावा कई और बातों को ध्यान में रखते हुए ये बात कही।
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रोहित का बल्ला आईपीएल में नहीं चल रहा था। मुंबई इंडियंस के इस बल्लेबाज ने आईपीएल-2025 के स्थागित होने तक 11 मैचों में सिर्फ 300 रन बनाए हैं। शुरुआत में तो रोहित के लिए रन बनाना मुश्किल हो रहा था, लेकिन बीते कुछ मैचों में उनका बल्ला चला और तीन अर्धशतक निकले।
गैरजरूरी आलोचना के खिलाफ रोहित
रोहित ने कहा कि आलोचना खिलाड़ी के जीवन का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि वह उन आलोचनों पर जोर नहीं देते हैं जो उनकी बल्लेबाजी को लेकर होती है। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा कि उनकी बल्लेबाजी आलोचना से प्रभावित नहीं होती है। रोहित ने सीनियर पत्रकार विमल कुमार से बात करते हुए कहा, "आलोचना खिलाड़ी के जीवन का हिस्सा है। आलोचना जरूरी और महत्वपूर्ण है। लेकिन मैं गैरजरूरी आलोचना के खिलाफ हूं। मुझे ये पसंद नहीं। मेरे बारे में काफी कुछ चीजें कही गईं। लेकिन मैं इनमें से किसी को भी तवज्जो नहीं देता। इससे मुझे फर्क नहीं पड़ता।"
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मेरा काम अटैक करना- रोहित
रोहित की आलोचना उनकी बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के खिलाफ खेलने की काबिलियत पर भी होती है। रोहित ने कहा कि उनका खेल अटैक करना है और बाएं हाथ के गेंदबाजों की गेंदों को डिफेंसिव तरीके से खेलना उनका खेल नहीं है। उन्होंने कहा, "मेरे बारे में काफी सारी चीजें कही गईं। जैसे मैं बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों को नहीं खेल सकता, कई और तरह की बातें। लेकिन अब मैं इन बातों पर ध्यान नहीं देता।"
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