बिलासपुर : बिलासपुर जिले में पुलिस एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है, जो नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी को अंजाम देता था. गिरफ्तार आरोपी फर्जी कंपनी बनाकर लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी को अंजाम देता था.आरोपी अब तक कुल 22 लोगों से 9 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दे चुका है.
'माया सेल्स' नामक फर्जी कंपनी के जरिए 9 लाख रुपए का चूना लगाने वाले आरोपी को तोरवा पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया. फर्जी कंपनी के जरिए 22 लोगों से ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसके घर से हिरासत में लेने में कामयाब हुई.
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नौकरी दिलाने का झांसा देकर 22 लोगों से कुल 9 लाख रुपए वसूले
रिपोर्ट के मुताबिक गत 19 मई को आरोपी के खिलाफ जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा निवासी सत्यनारायण सांडे ने थाना तोरवा में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में पीड़ित ने बताया कि आरोपी कामता मेहता ने "माया सेल्स" नामक फर्जी कंपनी के जरिए नौकरी दिलाने का झांसा देकर 22 लोगों से कुल 9 लाख रुपए वसूल किए.
एसपी रजनेश सिंह ने तत्काल आरोपी की गिरफ्तारी के निर्देश दिए
मामले की शिकायत के बाद थाना तोरवा पुलिस ने आरोपी के खिलाफ BNS की धारा 318(4) के तहत मामला दर्ज कर केस की जांच शुरू कर दी है. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने तत्काल आरोपी की गिरफ्तारी के निर्देश दिए. आरोपी को पकड़ने के लिए एक पुलिस टीम का गठन किया गया और आरोपी को उसके घर से दबोचा गया.
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आरोपी कामता मेहता ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है. 28 वर्षीय कामता मेहता पुत्र संजय मेहता कोरबा जिले का रहने वाला है. आरोपी वर्तमान में अमेरी चौक, बिलासपुर में निवास कर रहा था. पुलिस ने आरोपी को उसके घर से हिरासत में लिया.
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पुलिस और प्रशासन ने की लोगों को ठगों से सतर्क रहने की अपील
फिलहाल, पुलिस आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है और मामले की विवेचना जारी है. पुलिस अन्य पीड़ितों की जानकारी भी जुटा रही है. मामले को लेकर पुलिस और प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी तरह की नौकरी के झांसे में नहीं आने की अपील की है.
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