भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच आईएमएफ द्वारा पाकिस्तान को वित्तीय सहायता दी गई थी। इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने IMF से सवाल किए थे और आपत्ति भी जताई थी कि वे अपने फैसले पर दोबारा विचार करें।
अब इसका बचाव करते हुए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने बताया कि बेलआउट पैकेज देने के पीछे कारण है पाकिस्तान द्वारा लोन के लिए सभी नियमों का पालन करना। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 16 मई को IMF पर दबाव डाला था कि वे पुनर्विचार करें क्योंकि पाकिस्तान इस राशि का अधिकांश हिस्से का इस्तेमाल आतंकवादियों की फंडिंग में करता है।
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IMF ने दिया जवाब
भारत के सवालों के जवाब में IMF ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान ने लोन प्राप्त करने के सभी नियमों का पालन किया है। यह राहत पैकेज उसी समय दिया गया था जब भारत ने पाकिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। भारत ने आईएमएफ से अपील की थी कि पाकिस्तान को यह लोन न दिया जाए, क्योंकि इन धनराशियों का उपयोग पाकिस्तान आतंकवादियों को बढ़ावा देने के लिए करता है।
अपने बचाव में क्या बोला IMF?
IMF संचार विभाग की निदेशक जूली कोजैक ने कहा कि आईएमएफ ने पिछले साल सितंबर में पाकिस्तान को दी गई एक्सटेंडेड फंड फैसिलिटी (ईएफएफ) की समीक्षा की और उसके आधार पर बोर्ड ने 9 मई को राशि देने को मंजूरी दी थी। साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि अगर राशि का गलत इस्तेमाल हुआ तो अगली समीक्षा में इस बात का ख्याल जरूर रखा जाएगा।
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