बिलासपुर : कलेक्टर का आदेश हवा में उड़ रहा…और खनिज विभाग आंखें मूंदे बैठा है। शहर से लगे अरपा नदी के बंद रेत घाटों से दिनदहाड़े अवैध खनन जारी है। माफिया बेखौफ हैं, प्रशासन लाचार। ये है बिलासपुर का सच, जहां माफियाओं की साजिश के आगे सरकारी आदेश बेअसर हैं।”
बिलासपुर शहर से लगे मंगला और लोखंडी घाट में खुलेआम रेत का अवैध खनन किया जा रहा है। दिन के उजाले में ट्रैक्टरों की लंबी कतारें घाट की ओर जाती हैं। ये वही घाट हैं जिसे प्रशासन ने बंद घोषित कर दिया है। लेकिन माफिया बेखौफ हैं… और प्रशासन खामोश। स्थानीय पार्षद रमेश पटेल ने बताया कलेक्टर से शिकायत की है।
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वार्ड नंबर 13 मंगला में आदर्श चौक से धुरीपारा तक, पूरा रिहायशी इलाका रेत माफियाओ की गिरफ्त में है। यहां अवैध घाट बना दिया है, जहां से चौबीस घंटे रेत से भरे ट्रेक्टर दौड़ रहे। इन रिहायशी इलाकों में बच्चों और बुजुर्गों का आना-जाना होता है। लेकिन ट्रैक्टर तेज रफ्तार में दौड़ते हैं, जिससे किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना हो सकती है। लोगों में डर है, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया है।
जब इस अवैध खनन को लेकर खनिज विभाग के अधिकारियों से सवाल किया गया, तो उनका जवाब है ‘जांच के बाद कार्रवाई होगी।’ लेकिन स्थानीय लोग अब आश्वासनों से थक चुके हैं। सरकार को जहा रेत से करोड़ों का राजस्व मिल सकता है, वहीं ये अवैध कारोबार उसकी जेब काट रहा है। साथ ही, पर्यावरण को भी भारी नुकसान हो रहा है। बड़ा सवाल ये है कि जब सब कुछ कैमरे में दिख रहा है, शिकायतें हो रही हैं… तो कार्रवाई क्यों नहीं होती?



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