रायगढ़ : मंत्री ओपी चौधरी को जन्मदिन की बधाई देने रायगढ़ विधायक कार्यालय में भीड़ उमड़ पड़ी है, मंत्री ने कहा, आज अपने जन्मदिन के अवसर पर, रायगढ़ के विधायक कार्यालय में आप सभी के हृदयस्पर्शी शुभकामनाओं और अटूट समर्थन से अभिभूत हूं। आपका यह अपार स्नेह, और आशीर्वाद मेरे लिये अनमोल है। आपका अटल विश्वास और उत्साहवर्धक समर्थन मुझे जनसेवा के पथ पर और अधिक दृढ़ता व जोश के साथ आगे बढ़ने की प्रबल प्रेरणा देता है।
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ओपी चौधरी के बारे में जानिए
ओपी चौधरी पूर्व आईएएस रह चुके हैं। ओपी चौधरी जन्म 2 जून 1981 को हुआ। वे रायगढ़ जिले की खरसिया ब्लॉक के ग्राम बायंग के रहने वाले है। इनके पिता सरकारी स्कूल में शिक्षक थे। जब ओमप्रकाश चौधरी मात्र 8 साल के थे तब उनके पिता का स्वर्गवास हो गया। उनके पिता सरकारी स्कूल में शिक्षक थे। पिता की मौत के बाद उनकी माता कौशल्या ने पेंशन की आय से उनको पाला। ओपी चौधरी ने पांचवीं तक की शिक्षा अपने गांव बायंग के सरकारी स्कूल से प्राप्त की। फिर आठवी तक की शिक्षा जैमुरी से की। बारहवीं तक सरकारी स्कूलों में पढ़ने के बाद उन्होंने पीईटी क्लियर की पर वह इंजीनियर ना बन कर आईएएस ही बनना चाहते थे। इसलिए उन्होंने भिलाई से बीएससी किया।
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ओपी चौधरी ने यूपीएससी की तैयारी कर अपने पहले ही प्रयास में एग्जाम क्रैक कर लिया। वह मात्र 23 वर्ष की उम्र में ही आईएएस अफसर बन गए थे। ओपी चौधरी 2005 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अफसर थे। पहली पोस्टिंग सहायक कलेक्टर के तौर पर 2006 में कोरबा में हुई। इसके बाद 2007 में उन्हें रायपुर में एसडीएम बनाया गया। 2007 में उन्हें जांजगीर जिला पंचायत का सीईओ बनाया गया। वे राजधानी रायपुर के नगर निगम कमिश्नर भी रहे। साल 2011 में उन्हें दंतेवाड़ा में कलेक्टर के तौर पर पदस्थ किया गया। रायपुर कलेक्टर भी ओपी चौधरी रहे।
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