नाबालिगों में बढ़ता नशा: सोनहत में गांजे का सेवन और पुलिस की चुप्पी

नाबालिगों में बढ़ता नशा: सोनहत में गांजे का सेवन और पुलिस की चुप्पी

कोरिया  : कोरिया जिला के सोनहत में नाबालिग बच्चों के बीच गांजें का सेवन एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। हाल ही में, 15 से 20 साल के नाबालिग बच्चों को रात के समय सार्वजनिक स्थलों पर गांजा पीते हुए देखा गया। यह न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि यह समाज की सुरक्षा और नैतिकता के लिए भी एक चिंताजनक विषय है। स्थानीय दुकानों में चोरी और एक दुकान में आगजनी की घटनाएं भी सामने आई हैं, जो इस बात का संकेत देती हैं कि नाबालिगों में विधि व्यवस्था का कोई डर नहीं रह गया है। स्थानीय व्यापारियों और कार्यालयों के पास, जैसे जनपद पंचायत ऑफिस और दुर्गा मंदिर के पीछे, ये बच्चे बड़ी संख्या में देखे जाते हैं। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के पूर्व जिला उपाध्यक्ष ने इस स्थिति की निंदा करते हुए कहा, "हमारी युवा पीढ़ी को इस तरह के नशे में लाना हमारे समाज के लिए एक आपातकालीन स्थिति है। यह न केवल उनके भविष्य को खतरे में डाल रहा है, बल्कि हमारे समाज की भी सुरक्षा को दांव पर लगा रहा है।"

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स्थानीय पुलिस प्रशासन की ओर से इस संबंध में कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण, ये नाबालिग बेखौफ होकर इस तरह की गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पुलिस को इस समस्या की गंभीरता का आभास नहीं है। जब तक पुलिस इस मुद्दे पर सख्ती से कार्रवाई नहीं करेगी, तब तक स्थिति में सुधार की उम्मीद करना बेमानी है।"

गांजे के इस व्यापार में कथित तौर पर कुछ स्थानीय लोग भी शामिल हैं, जो नाबालिगों को नशे का सेवन करवाने के लिए प्रेरित करते हैं। पुलिस को चाहिए कि वे इन लोगों पर नज़र रखे और उन्हें पकड़ने के लिए आवश्यक कदम उठाए। लेकिन हमें स्थानीय लोगों से भी सहयोग की आवश्यकता है। अगर कोई जानकारी है, तो उसे हमें उपलब्ध कराएं।"

इस स्थिति का समाधान आवश्यक है, ताकि हमारे युवा सुरक्षित रहें और अपने भविष्य की ओर बढ़ सकें। नाबालिग बच्चों का इस तरह सार्वजनिक स्थलों पर नशा करना न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि यह समाज के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। सोनहत शहर में नाबालिगों के बीच गांजे का सेवन एक गंभीर चिंता का विषय बन चुका है, और इसे रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन और समाज को एक साथ मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। बिना ठोस कार्रवाई के, यह समस्या और अधिक गंभीर होती जाएगी।

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