डायबिटीज एक खतरनाक साइलेंट किलर बीमारी है जिसका कोई स्थायी इलाज नहीं है। यानी एक बार जिसे यह बीमारी हो गई उसे स्वस्थ जीवन जीने के लिए इसे कंट्रोल करना ही होगा। डायबिटीज में शुगर लेवल बढ़ने लगता है जिससे धीरे-धीरे कई अंग डैमेज होने लगते हैं। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए जीवन जीने की तरीके और खानपान का ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरूरी है। बेशक डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है लेकिन महर्षि चरक ने अपनी आयुर्वेदिक रचनाओं में डायबिटीज को एक गंभीर लेकिन कंट्रोल किया जा सकने वाला रोग बताया है। उन्होंने जीवन जीने का तरीका, खानपान और औषधियों के जरिए इसे कंट्रोल करने की सलाह दी है।
ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी – सुशासन के लिए समदर्शिता है जरुरी
डायबिटीज से बचने के उपाय
डायबिटीज एक खतरनाक साइलेंट किलर बीमारी है जिसका कोई स्थायी इलाज नहीं है। यानी एक बार जिसे यह बीमारी हो गई उसे स्वस्थ जीवन जीने के लिए इसे कंट्रोल करना ही होगा। डायबिटीज में शुगर लेवल बढ़ने लगता है जिससे धीरे-धीरे कई अंग डैमेज होने लगते हैं। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए जीवन जीने की तरीके और खानपान का ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरूरी है। बेशक डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है लेकिन महर्षि चरक ने अपनी आयुर्वेदिक रचनाओं में डायबिटीज को एक गंभीर लेकिन कंट्रोल किया जा सकने वाला रोग बताया है। उन्होंने जीवन जीने का तरीका, खानपान और औषधियों के जरिए इसे कंट्रोल करने की सलाह दी है।
डायबिटीज से बचने के उपाय
डायबिटीज एक खतरनाक साइलेंट किलर बीमारी है जिसका कोई स्थायी इलाज नहीं है। यानी एक बार जिसे यह बीमारी हो गई उसे स्वस्थ जीवन जीने के लिए इसे कंट्रोल करना ही होगा। डायबिटीज में शुगर लेवल बढ़ने लगता है जिससे धीरे-धीरे कई अंग डैमेज होने लगते हैं। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए जीवन जीने की तरीके और खानपान का ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरूरी है। बेशक डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है लेकिन महर्षि चरक ने अपनी आयुर्वेदिक रचनाओं में डायबिटीज को एक गंभीर लेकिन कंट्रोल किया जा सकने वाला रोग बताया है। उन्होंने जीवन जीने का तरीका, खानपान और औषधियों के जरिए इसे कंट्रोल करने की सलाह दी है।
फिजिकल एक्टिविटी भी है जरूरी
महर्षि चरक ने एक्सरसाइज को डायबिटीज के इलाज में आवश्यक बताया है। रोजाना हल्का फिजिकल एक्टिविटी करें। नियमित दिनचर्या रखें जैसे समय पर सोना और उठना शरीर की अग्नि (पाचन शक्ति) को संतुलित रखता है। इसके अलावा मानसिक तनाव से दूर रहें, ध्यान और योग से मानसिक शांति पाएं।
ये भी पढ़े : युक्तियुक्तकरण से जशपुर के ग्रामीण अंचलों में शिक्षा की फिर से जली लौ
जामुन और मेथी दाना औषधि भी है कारगर
जामुन की गुठली का चूर्ण को डायबिटीज में असरदार माना जाता है। रोज सुबह खाली पेट 1-2 ग्राम गुनगुने पानी के साथ लें। मेथी दाना भी असरदार है। रात को भिगोकर सुबह पानी सहित सेवन करें।
डायबिटीज में करेला रस
डायबिटीज में करेले और नीम के पत्तों का रस कारगर माना गया है। आप डॉक्टर की सलाह पर 10-20 ml करेले का रस रोज सुबह खाली पेट ले सकते हैं। इसके अलावा नीम की पत्तियों का रस भी ले सकते हैं।
पंचकर्म चिकित्सा
चरक संहिता में डायबिटीज के लिए बस्ती (औषधीय एनिमा) और वमन (थेरैप्यूटिक वॉमिटिंग) जैसे पंचकर्म उपचारों का जिक्र किया गया है। यह शरीर से विषैले तत्वों को निकालकर अग्नि (मेटाबॉलिज्म) को संतुलित करते हैं।
छोटी-छोटी बातों का रखें ध्यान
भोजन के बाद टहलने की आदत डालें। दिन में नींद न लें, विशेष रूप से डायबिटीज के रोगी। इसके अलावा नियमित रूप से स्वेदन (स्नान या स्टीम बाथ) लें। ये सभी उपाय आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से हैं और व्यक्ति विशेष की प्रकृति (वात, पित्त, कफ) के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले योग्य आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
Comments