कोरबा में बीच सड़क विवाद : भाजपा नेत्री ने आदिवासी किसान को मारा,सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

कोरबा में बीच सड़क विवाद : भाजपा नेत्री ने आदिवासी किसान को मारा,सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

कोरबा : छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के बांकीमोंगरा क्षेत्र की एक भाजपा नेत्री व पूर्व नगर पालिका सदस्य रहीं ज्योति महंत ने बांकीमोगरा थाना भवन के सामने थाना परिसर में एक ग्रामीण से मारपीट की।भाजपा नेत्री की मार से ग्रामीण सड़क पर गिर पड़ा तो उसे और लिटा कर झापड़ व लात से मारते हुए नजर आ रही हैं। कह भी रहीं हैं कि ये मर जायेगा तो भी फर्क नहीं पड़ता। इस पूरे घटनाक्रम का 3 वीडियो तेजी से वायरल हुए है।

ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी – सुशासन के लिए समदर्शिता है जरुरी 

इस वजह से हुआ विवाद

 घटनाक्रम कुछ ऐसा है कि ग्राम बरेडिमुड़ा का रहने वाला किसान अपने बैल को लेकर आ रहा था कि इस दौरान भाजपा नेत्री भी अपने कार से जा रही थी। किसान बैल को लाते वक्त मोबाइल पर किसी से बात कर रहा था और उसने सामने वाले को जिससे बात कर रहा था उसे गाली भी दिया, लेकिन भाजपा नेत्री ने इस गाली को अपने ऊपर ले लिया। रावणभाटा मैदान मार्ग में उस ग्रामीण से मारपीट की गई और उसके बाद उसे थाना भी कुछ युवकों के द्वारा लाया गया। यहां भी उसे साथ थाना भवन के सामने परिसर के भीतर मारा-पीटा गया।

वीडियो में नेत्री अश्लील गाली का उच्चारण कर बता रही हैं कि ग्रामीण ने किस तरह से अपशब्द का प्रयोग किया। ग्रामीण की पिटाई के दौरान आस पास के कुछ युवा भी एकत्र हो गए और वह भाजपा नेत्री का सपोर्ट करते नजर आए। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना रहे शख्स की ओर भाजपा नेत्री का परिचित लपका और कैमरे के सामने हाथ रखकर वीडियो बनाने से मना किया।

वायरल हुआ वीडियो

 बीजेपी नेत्री द्वारा ग्रामीण की पिटाई करने का वीडियो वायरल होने के साथ ही इस बात की चर्चा क्षेत्र में है कि थाना परिसर में थाना भवन के सामने इस तरह से किसी ग्रामीण के साथ भाजपा नेत्री के द्वारा मारपीट करना कितना उचित है? ग्रामीण ने जो हरकत की या जो भी घटनाक्रम हुआ, उसके संबंध में थाना में रिपोर्ट भी दर्ज कराकर कार्रवाई कराई जा सकती थी, लेकिन उन्होंने स्वयं कानून को अपने हाथ में ले लिया।

ये भी पढ़े : त्वचा की देखभाल के लिए ऐसे करें फिटकरी का उपयोग

युवकों ने ग्रामीण से वसूले पैसे

 बहरहाल, घटना के अंत में उक्त ग्रामीण ने अपनी बात रखते हुए बताया कि उसके साथ जबरन मारपीट की गई और थाना लाये जाने के बाद मामला रफा दफा करने के नाम पर पैसे की मांग की गई। उसे लाने वाले युवकों के द्वारा तीन से 4000 रुपये लिए गए। ग्रामीण ने बताया कि बिना घूसखोरी के कुछ काम नहीं होता इसलिए उसने यह पैसे उन युवकों को दिए हैं।

 









You can share this post!


Click the button below to join us / हमसे जुड़ने के लिए नीचें दिए लिंक को क्लीक करे


Related News



Comments

  • No Comments...

Leave Comments